ममता बनर्जी ने सगे भाई से तोड़े सारे रिश्ते, कहा- वह भूल गया कि उसकी परवरिश कैसे हुई
Mamata Banerjee Bubun Banerjee: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी ने अपने भाई बुबुन बनर्जी से सारे रिश्ते तोड़ लिए हैं। उन्होंने यह फैसला अपने भाई के हावड़ा लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने की इच्छा जताने पर किया। कहा जाता है कि बुबुन बनर्जी बीजेपी के टिकट पर हावड़ा से चुनाव लड़ेंगे।
'अब मेरा कोई भाई नहीं रहा'
ममता बनर्जी ने बुबुन बनर्जी पर हमला बोलते हुए कहा कि अब वह मेरा भाई नहीं रहा। आज से मैं उससे सारे रिश्ते तोड़ती हूं। मेरा परिवार और मैंने खुद को उससे दूर कर लिया है। वह भूल गया है कि जब हमारे पिता का निधन हुआ तो पालन-पोषण कैसे हुआ था। वह जब ढाई साल का था। मैं 35 रुपये कमाती थी और उसका पालन पोषण करती थी।
#Breaking: #TMC supremo #MamataBanerjee snaps all ties with her brother Bubun Banerjee after he expressed his wish to contest from Howrah.
She says, “He is no longer my brother, today onwards, I snap all ties with him. My family & I have distanced ourselves from him. He has… pic.twitter.com/uciAaehgYt
— Pooja Mehta (@pooja_news) March 13, 2024
बीजेपी ने ममता बनर्जी पर साधा निशाना
बीजेपी के आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने ममता बनर्जी पर निशाना साधते हुए कहा कि उनका अब अपनी सरकार या पार्टी पर कोई नियंत्रण नहीं रहा। अब उनके भाई ने टीएमसी के खिलाफ बगावत कर दी है। उन्होंने टीएमसी उम्मीदवार प्रसून बनर्जी के नाम पर असहमति जताई। यह ममता बनर्जी द्वारा अभिषेक बनर्जी को दूसरों से अधिक प्राथमिकता देने का नतीजा है।
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टीएमसी ने 7 सांसदों का काटा टिकट
बता दें कि टीएमसी ने लोकसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों की लिस्ट जारी की, जिसमें 16 मौजूदा सांसदों पर फिर से भरोसा किया गया है, जबकि नुसरत जहां और मिमी चक्रवर्ती समेत सात सांसदों का टिकट काट दिया गया। पिछली बार टीएमसी को बंगाल की 42 सीटों में से 23 सीटों पर जीत मिली थी। पूर्व क्रिकेटर यूसुफ पठान को बरहामपुर सीट से लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी के खिलाफ चुनाव मैदान में उतारा गया है।
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