देश में रोज गायब होती हैं 345 लड़कियां, Top पर हैं ये 3 राज्य; आखिर क्या है वजह?

NCRB Crime Against Women Report: देश में इस समय कोलकाता कांड के विरोध में बवाल देखने को मिल रहा है। महिला डॉक्टर से रेप और हत्या के मामले में पूरा देश गुस्से में है। लोग सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन कर रहे हैं। एनसीआरबी की एक रिपोर्ट के बारे में बताते हैं, जो काफी चिंताजनक है।

featuredImage

Advertisement

Advertisement

NCRB Report: कोलकाता में महिला डॉक्टर के साथ जो हैवानियत हुई, उसके बाद रेपिस्टों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग होने लगी है। बीजेपी की ओर से 28 अगस्त को 12 घंटे के भारत बंद का आह्वान किया गया था। कोलकाता कांड के बाद बीजेपी पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी का इस्तीफा मांग रही है। कई राज्यों में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। अब NCRB की एक रिपोर्ट के बारे में आपको बताते हैं। जो 2023 में जारी हुई थी। इस रिपोर्ट के अनुसार देश में रोजाना 345 लड़कियां गायब हो जाती हैं। इनमें से 170 लड़कियों को किडनैप किया जाता है। वहीं, 172 लड़कियों का पता नहीं लगता। 3 लड़कियां मानव तस्करी का शिकार होती हैं।

18 साल से अधिक की लड़कियां ज्यादा लापता

नेशनल क्राइम रिकॉर्ड्स ब्यूरो (NCRB) की रिपोर्ट चौंकाने वाली है। जो लड़कियां गायब होती हैं, उनमें से अधिकतर का पता नहीं चल पाता कि उनके साथ क्या हुआ है? वे कहां गई हैं? लापता होने के पीछे राज क्या हैं? इस रिपोर्ट को केंद्रीय गृह मंत्रालय ने जुलाई 2023 में संसद में पेश किया था। इस रिपोर्ट में 2019 से 2021 के बीच का हवाला दिया गया है। इस दौरान लगभग 13 लाख 13 हजार बेटियां लापता हुईं। मंत्रालय के अनुसार पूरा डाटा NCRB ने जुटाया था। जितनी लड़कियां गायब हुईं, उनमें 1061648 की उम्र 18 साल से अधिक थी। वहीं, 18 साल से कम की 251430 लड़कियां गायब हुईं।

यह भी पढ़ें:कोलकाता रेप मर्डर केस में 3 नए खुलासे; एक का पीड़िता और 2 का आरोपी संजय रॉय से कनेक्शन

हैरानी की बात है कि मध्य प्रदेश से सबसे अधिक लड़कियां दो साल में गायब हुईं। एमपी से 160180 महिलाएं और 38234 लड़कियों के लापता होने का पता लगा। दूसरे नंबर पर पश्चिम बंगाल है। जहां से इस दौरान 156905 महिलाएं और 36606 लड़कियां लापता हुईं। जबकि महाराष्ट्र का नाम सूची में तीसरे नंबर पर आता है। इस दौरान यहां से 178400 महिलाएं और 13033 लड़कियों की मिसिंग रिपोर्ट सामने आई।

हजारों बेटियों का नहीं लग सका सुराग

NCRB के अनुसार 2022 की बात करें तो मानव तस्करी के देशभर 2250 केस दर्ज किए गए थे। पीड़ितों की संख्या 6036 थी। जिसमें 1059 लड़कियां थी। बेटियों की किडनैपिंग के 62099 मामले 2022 में दर्ज किए गए थे। वहीं, लड़कियों के लापता होने के 62946 मामले सामने आए थे। इनमें कई लड़कियों को तो बचा लिया गया। लेकिन हजारों मामलों में लड़कियों का सुराग नहीं लग सका है।

यह भी पढ़ें:गर्लफ्रेंड से न्यूड फोटो मांगे, रेड लाइट एरिया गया; पॉलीग्राफी टेस्ट में संजय रॉय के 5 कबूलनामे!

यह भी पढ़ें:अंडरगारमेंट्स, पोर्न वीडियो, आपत्तिजनक चीजें; संजय रॉय के खिलाफ CBI के पास कौन-कौन से सबूत?

Open in App
Tags :