ताजनगरी नहीं बनेगी विश्व धरोहर... सुप्रीम कोर्ट ने सुनाया फैसला; अब क्या है रास्ता?
Supreme Court on Agra as World Heritage Site: मोहब्बत की निशानी कहा जाने वाला ताजमहल ना सिर्फ दुनिया के सात अजूबों में से एक है बल्कि इसे विश्व धरोहर का भी दर्जा मिला हुआ है। हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने ताजनगरी को विश्व धरोहर बनाने से इनकार कर दिया है। सर्वोच्च न्यायालय में अपील दायर की गई थी कि उत्तर प्रदेश में मौजूद आगरा को विश्व धरोहर बनाया जाना चाहिए। मगर सुप्रीम कोर्ट ने अपील खारिज कर दी है।
सुप्रीम कोर्ट ने क्या कहा?
जस्टिस अभय एस ओका और जस्टिस ऑगस्टिन जॉर्ज ने यह फरमान सुनाया है। जस्टिस अभय का कहना है कि किसी शहर को कैसे विश्व धरोहर का दर्जा दिया जा सकता है? आपको यह साबित करना होगा कि विश्व धरोहर का दर्जा देने का कानून कहां मौजूद है? किसी शहर को विश्व धरोहर बनाने का क्या फायदा है? क्या वो शहर पहले से ज्यादा साफ हो जाएगा? यह फैसला कैसे शहर के हक में होगा? हम इस पर कुछ नहीं कर सकते हैं।
यह भी पढ़ें- झुकते हैं तानाशाह, झुकाने वाला चाहिए’, Arvind Kejriwal को जमानत मिलते ही BJP पर तंज
अदालत ने खारिज की याचिका
दरअसल ताजमहल के आसपास विकास कार्यों को बढ़ावा देने के लिए सुप्रीम कोर्ट की बेंच पर्यावरणीय मंजूरी पर विचार कर रही थी। इसी दौरान अदालत के सामने एक याचिका रखी गई। इस याचिका में आगरा को वर्ल्ड हैरिटेज साइट यानी विश्व धरोहर घोषित करने की मांग की गई थी। हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने इस याचिका को सिरे से खारिज कर दिया है।
UNESCO वर्ल्ड हैरिटेज साइट्स
बता दें कि वैश्विक धरोहर स्थल का दर्जा संयुक्त राष्ट्र की संस्था यूनेस्को (UNESCO) द्वारा दुनिया भर के अलग-अलग देशों में दिया जाता है। UNESCO ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और वैश्विक महत्व की मशहूर जगहों को यह दर्जा देता है। भारत में कुल 43 UNESCO वर्ल्ड हैरिटेज साइट्स मौजूद हैं। आगरा का ताजमहल भी इन्हीं में से एक है। हाल ही में देश की राजधानी दिल्ली में यूनेस्को की 46वीं बैठक का आयोजन हुआ था। इस दौरान यूनेस्को कमेटी ने असम के मोदाम को 43वें विश्व धरोहर का दर्जा दिया था।
आगरा कैसे बन सकता है विश्व धरोहर?
गौरतलब है कि भारत में ऐतिहासिक इमारतों और खूबसूरत सांस्कृतिक जगहों के अलावा यूनेस्को ने देश के दो शहरों को भी वर्ल्ड हैरिटेज साइट का दर्जा दिया है। इस लिस्ट में राजस्थान की राजधानी जयपुर और गुजरात के अहमदाबाद का नाम शामिल है। ऐसे में किसी अन्य शहर को वैश्विक धरोहर की सूची में शामिल करने का रास्ता यूनेस्को की बैठक से ही होकर गुजरेगा। आगरा को इस लिस्ट में जगह देनी है या नहीं? इसका फैसला सिर्फ यूनेस्को की कमेटी ही कर सकती है।
यह भी पढ़ें- Video: केजरीवाल कब जेल से आएंगे बाहर? वकील ने किया रिवील, हरियाणा भी जाएंगे