भाजपा का वो सांसद, जिससे न चुनाव प्रचार किया, न वोट डाला, अब पार्टी ने भेजा नोटिस
BJP Notice Jayant Sinha : देश में लोकसभा चुनाव को लेकर सियासी सरगर्मियां तेज हैं। सात में से पांच चरणों का मतदान संपन्न हो गया। अब राजनीतिक दलों के दिग्गज नेता बची सीटों पर रैली और जनसभा कर रहे हैं। इस बीच भारतीय जनता पार्टी ने पार्टी के सांसद जयंत सिन्हा को नोटिस भेजा है। आरोप है कि उन्होंने न तो चुनाव प्रचार किया और न ही वोट डाला। आइए जानते हैं कि कौन हैं सांसद जयंत सिन्हा?
कौन हैं जयंत सिन्हा?
जयंत सिन्हा पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा के बेटे हैं। वे वर्तमान में झारखंड के हजारीबाग से सांसद हैं, लेकिन इस बार भाजपा ने उनकी जगह पर हजारीबाग से मनीष जयसवाल को उम्मीदवार बनाया। हालांकि, उम्मीदवार के नाम की घोषणा होने से पहले जयंत सिन्हा ने जेपी नड्डा से चुनाव न लड़ने की इच्छा जताई थी। पिछले चुनाव 2019 में उन्होंने कांग्रेस के गोपाल साहू को भारी मतों से हराया था। 2014 की केंद्र सरकार में वे नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री रह चुके हैं।
यह भी पढ़ें : ‘सीताजी का हरण करने रावण भी भगवा पहनकर आया था’, सीएम योगी को लेकर नाना पटोले का विवादित बयान
भाजपा ने क्यों जारी किया नोटिस
हाजीपुर लोकसभा सीट से मनीष जयसवाल को उम्मीदवार घोषित किए जाने के बाद पूर्व केंद्रीय मंत्री जयंत सिन्हा ने चुनाव प्रचार में हिस्सा नहीं लिया। न तो उन्होंने मनीष जयसवाल के समर्थन में प्रचार किया और न ही पार्टी के काम में रुचि दिखाई। साथ ही जयंत सिन्हा ने अपना वोट भी नहीं डाला, जिससे पार्टी की छवि खराब हुई। इसे लेकर भाजपा ने उन्हें नोटिस जारी कर दो दिन में जवाब मांगा है।
Jharkhand | BJP has issued a show-cause notice to former Union Minister and MP Jayant Sinha and asked him to reply within 2 days
"You are not taking any interest in organisational work and election campaigning ever since the party declared Manish Jaiswal as the candidate from… pic.twitter.com/sYkoELZo2g
— ANI (@ANI) May 21, 2024
नोटिस में क्या लिखा है?
सांसद जयंत सिन्हा, जब से हजारीबाग लोकसभा क्षेत्र से पार्टी द्वारा मनीष जयसवाल को उम्मीदवार घोषित किया गया है, तब से आप न तो चुनाव प्रचार-प्रसार और न ही संगठनात्मक कार्यों में रुचि ले रहे हैं। इसके बाद भी इस लोकतंत्र के महापर्व में आप अपने मताधिकार का भी प्रयोग करना उचित नहीं समझा।
यह भी पढ़ें : बारामूला में रिकॉर्ड तोड़ वोटिंग, क्या कश्मीरियों ने आतंकियों को दिया मुंहतोड़ जवाब?
पार्टी की छवि हुई धूमिल
नोटिस में आगे लिखा गया है कि जयंत चौधरी, आपके द्वारा बरती गई इस रवैये से पार्टी की छवि धूमिल हुई है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी के निर्देशानुसार आपसे अनुरोध है कि इस संबंध में 2 दिनों में स्पष्टीकरण देने का कष्ट करें। आपको बता दें कि प्रदेश महामंत्री और राज्यसभा सदस्य आदित्य साहू की ओर से जयंत सिन्हा को यह नोटिस भेजा गया है।