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ग्वालियर राजघराने की राजमाता से बड़ी थी माधवी राजे सिंधिया की शख्सियत, दादा थे प्रधानमंत्री, ट्रेन से गई थी बारात

Jyotiraditya Scindia Mother Madhavi Raje Scindia Passed Away: मध्य प्रदेश के ग्वालियर राजघराने से एक बड़ी खबर सामने आई है, बुधवार को ग्वालियर राजघराने की राजमाता और ज्योतिरादित्य सिंधिया की मां माधवी राजे सिंधिया का निधन हो गया है।
11:38 AM May 15, 2024 IST | Pooja Mishra
ग्वालियर राजघराने की राजमाता से बड़ी थी माधवी राजे सिंधिया की शख्सियत  दादा थे प्रधानमंत्री  ट्रेन से गई थी बारात

Jyotiraditya Scindia Mother Madhavi Raje Scindia Passed Away: मध्य प्रदेश के ग्वालियर राजघराने से एक बड़ी खबर सामने आई है, बुधवार को ग्वालियर राजघराने की राजमाता और ज्योतिरादित्य सिंधिया की मां माधवी राजे सिंधिया का निधन हो गया है। उन्होंने दिल्ली के एम्स अस्पताल में अपनी आखिरी सांस ली। पिछले कई दिनों से दिल्ली के एम्स में ही उनका इलाज चल रहा था। ग्वालियर राजघराने की राजमाता और ज्योतिरादित्य सिंधिया की मां होने के अलावा माधवी राजे सिंधिया अपने आप में भी काफी बड़ी शख्सियत थीं।

नेपाल के राणा राजवंश की राजकुमारी

माधवी राजे सिंधिया नेपाल के राणा राजवंश की राजकुमारी थीं। उनके दादा और राजवंश के प्रमुख जुद्ध शमशेर जंग बहादुर राणा नेपाल के प्रधानमंत्री भी रहे थे। ग्वालियर के तत्कालीन महाराज माधव राव सिंधिया के साथ माधवी राजे सिंधिया की शादी 8 मई 1966 को हुई थीं। उस समय इस शादी ने काफी चर्चाएं बटोरी थी। दरअसल महाराज माधव राव की बारात ग्वालियर से दिल्ली ट्रेन से गई थी। शादी से पहले उनका नाम किरण राज लक्ष्मी था, लेकिन ग्वालियर राजघराने की परंपरा के अनुसार शादी के बाद उन्हें माधवी राजे सिंधिया नाम दिया गया। माधव राव सिंधिया के निधन के बाद वह ग्वालियर राजघराने की सबसे सीनियर सदस्य थीं।

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ट्रेन से गई थी बरात

इस शादी का एक किस्सा बहुत सुर्खियों में रहा, यह किस्सा किरण राज लक्ष्मी और महाराज माधव राव की शादी तय होने के बाद का है। बताया जाता है कि माधव राव ने सिर्फ किरण राज लक्ष्मी की एक तस्वीर देखकर इस शादी के लिए हां कर दी थी। वह शादी से पहले ही किरण राज लक्ष्मी से मिलना चाहते थे। परिवार की बंदिशों ने ऐसा होने नहीं दिया। वहीं माधव राव सिंधिया काफी बड़ी संख्या में लोगों को ग्वालियर से बारात में ले गए थे, जिसके लिए ग्वालियर से दिल्ली के लिए स्पेशल ट्रेन चलवाई गई थी।

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