पंचतत्व में विलीन हुए CM मोहन यादव के पिता, बड़े भाई ने दी मुखाग्नि; शिवराज-सिंधिया समेत कई राजनेता रहे मौजूद
CM Mohan Yadav Father Last Rite: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव के पिता सेठ पूनमचंद यादव अब हमारे बीच नहीं रहे। 3 सिंतबर को उन्होंने 100 साल की उम्र में अपनी आखिरी सांस ली। आज उनकी अंतिम यात्रा निकाली गई और क्षिप्रा तट पर भूखीमाता मंदिर के पास उनका अंतिम संस्कार किया गया। मुख्यमंत्री मोहन यादव के बड़े भाई नंदू यादव ने अपने पिता पूनमचंद यादव की चिता को मुखाग्नि दी।
परम पूज्य पिताजी श्रद्धेय श्री पूनमचंद यादव जी का देवलोकगमन मेरे जीवन की अपूरणीय क्षति है।
पिताजी का संघर्षमय एवं नैतिक मूल्यों और सिद्धांतों से परिपूर्ण जीवन हमेशा मर्यादित पथ पर अग्रसर रहने की प्रेरणा प्रदान करता रहा है। आपके दिए संस्कार हमारा सदैव मार्गदर्शन करते रहेंगे।… pic.twitter.com/DYzrensmhc
— Dr Mohan Yadav (@DrMohanYadav51) September 3, 2024
अंतिम दर्शन को पहुंचे केंद्रीय मंत्री शिवराज
सेठ पूनमचंद यादव के अंतिम संस्कार में केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान समेत केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ला, डिप्टी सीएम जगदीश देवड़ा, विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर, कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा मध्य, प्रदेश के राज्यपाल मंगू भाई पटेल उज्जैन के प्रभारी मंत्री गौतम टटवाल, प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा और मध्य प्रदेश के डीजीपी सुधीर सक्सेना समेत कई हस्तियां पहुंची हैं।
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सेठ पूनमचंद यादव की अंतिम यात्रा
जानकारी के अनुसार, सीएम मोहन यादव के पिता सेठ पूनमचंद यादव की अंतिम यात्रा 4 सिंतबर सुबह 11.30 बजे से अब्दालपुरा में स्थित उनके निज निवास गीता कॉलोनी से शुरू होगी। दिवंगत पूनमचंद यादव ने अपने जीवन में काफी संघर्ष किया है और पूरे परिवार का बेहतर पोलन-पोषण किया। पूनमचंद्र यादव कई साल पहले रतलाम से उज्जैन में आकर बस गए थे। शुरुआती के दिनों में उन्होंने शहर की एक बड़ी टेक्सटाइल मिल में मजदूर नौकरी की थी। इसके बाद उन्होंने भजिया और दाल-बाफले की दुकान लगाई। इसी तरह मेहनत करते हुए उन्होंने अपने बच्चों को पढ़ाया-लिखाया और काबिल बनाया।