'पिछले कुछ दशकों से बढ़ा हिन्दी का प्रसार, विदेशों तक फैला प्रसार', समारोह में बोले राज्यपाल पटेल
Governor Mangubhai Patel News: राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने हिन्दी भवन में मध्यप्रदेश राष्ट्रभाषा प्रचार समिति द्वारा आयोजित हिन्दीतर भाषी सेवी सम्मान समारोह में हिन्दी सेवियों को सम्मानित किया। राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने कहा है कि हिन्दी, मां भारती के मस्तक की बिंदी है।
यह सिर्फ भाषा नहीं, भावों की अभिव्यक्ति और मातृ भूमि पर मर मिटने की भक्ति है। हिंदी के सतत् विकास, समृद्धि और प्रसार के लिए क्षेत्रीय शब्दों का हिन्दीकरण और सरलीकरण जरूरी है। उन्होंने सम्मानित लेखकों, प्रशासनिक अधिकारियों, हिन्दी सेवा साधकों और युवा साहित्यकारों को बधाई और शुभकामनाएं दीं।
राज्यपाल पटेल ने कहा कि पिछले कुछ दशकों में हिन्दी का प्रसार अहिंदी भाषी राज्यों सहित विदेशों में भी बढ़ा है। यह कहना अतिश्योक्ति नहीं होगा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में हिन्दी भाषा की लोकप्रियता में अभूतपूर्व वृद्धि हुई है। प्रधानमंत्री मोदी विश्व मंचों पर जब अपनी बात हिंदी में रखते हैं तो सम्पूर्ण विश्व बड़े ध्यान से सुनता है।
राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल को सेवानिवृत्त वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकरी डॉ. मनोज श्रीवास्तव ने मासिक पत्रिका अक्षरा भेंट की। pic.twitter.com/V5P79oin28
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उन्होंने नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति में हिंदी एवं क्षेत्रीय भाषाओं में अध्ययन-अध्यापन के अवसर बढ़ाने पर विशेष जोर दिया है। राज्यपाल पटेल ने कहा कि मध्यप्रदेश इंजीनियरिंग और चिकित्सा जैसे वैज्ञानिक विषयों की सम्पूर्ण पढ़ाई हिंदी में कराने वाला देश का पहला राज्य है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश राष्ट्र भाषा प्रचार समिति महात्मा गांधी जी के हिंदी के माध्यम से राष्ट्रीय एकता के सपने को पूरा करने की दिशा में प्रयासरत है।
अहिन्दी भाषियों की समस्या को समझें और करें समाधान
राज्यपाल पटेल ने कहा कि हमें अहिंदी भाषियों की हिन्दी के प्रति रूचि बढ़ाने, उनकी कठिनाईयों को समझना होगा। उसका समाधान करना होगा। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर अहिंदी भाषियों को जोड़ कर हिंदी में चर्चा के लिए प्रोत्साहित करने के प्रयासों पर भी चिंतन किया जाना चाहिए।
राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने हिन्दी भवन में मध्यप्रदेश राष्ट्रभाषा प्रचार समिति द्वारा आयोजित हिन्दीतर भाषी सेवी सम्मान समारोह में हिन्दी सेवियों को सम्मानित किया। pic.twitter.com/vWMK0P4eQZ
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राज्यपाल पटेल ने कहा कि हिंदी को वैश्विक बनाने और लोगों की रुचि बढ़ाने वेब-साइट और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स के उपयोग की सम्भावनाओं पर चिंतन किया जाना चाहिए। हिंदी के भाषायी विकास में योगदान देने वालों और हिंदी के क्षेत्र में व्यावसायिक उपलब्धियां प्राप्त करने वालों के सम्मान की पहल भी जरूरी है।
विभिन्न कैटेगरी में प्रदान किए हिन्दी सेवी सम्मान
राज्यपाल पटेल ने समारोह में हिन्दी सेवी सम्मान-2024 प्रदान किया। उन्होंने अलग-अलग श्रेणियों में साहित्यकारों, प्रशासनिक अधिकारियों और हिन्दी सेवा साधकों को सम्मानित किया। पुरस्कारों में हिन्दीतर भाषी हिन्दी सेवी, विशिष्ट हिन्दी सेवी सम्मान, स्थापित सम्मान और युवा साहित्यकारों के लिए सम्मान शामिल रहे।
राज्यपाल पटेल ने मां सरस्वती के पूजन और दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री स्व. लालबहादुर शास्त्री के चित्रों पर माल्यार्पण किया। पटेल का प्रचार समिति ने पुष्प-गुच्छ से स्वागत, शॉल और श्रीफल से अभिनंदन किया। इस अवसर पर उन्हें समिति की मासिक पत्रिका भी भेंट की गई।
राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने हिन्दी भवन में मध्यप्रदेश राष्ट्रभाषा प्रचार समिति द्वारा आयोजित हिन्दीतर भाषी सेवी सम्मान समारोह को संबोधित किया। pic.twitter.com/p0KC8ETExA
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स्वागत उद्बोधन समिति के मंत्री संचालक कैलाश चंद्र पंत ने दिया। रघुनंदन शर्मा ने अध्यक्षीय उद्बोधन दिया। आभार समिति के उपाध्यक्ष डॉ रंजना अरगढ़े ने व्यक्त किया। कार्यक्रम में सह-सचिव डॉ संगम सक्सेना, से.नि. सीनियर प्रशासनिक अधिकारी डॉ. मनोज श्रीवास्तव, सम्मानित लेखक, साहित्यकार और उनके परिजन मौजूद रहे।
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