ओंकारेश्वर सोलर फ्लोटिंग प्रोजेक्ट ने बढ़ाया MP का मान, मुख्यमंत्री मोहन यादव बोले यह ऐतिहासिक उपलब्धि
Omkareshwar Floating Solar Plant In MP: मुख्यमंत्री मोहन यादव ने दीपावली के पावन पर्व पर ओंकारेश्वर सोलर फ्लोटिंग प्रोजेक्ट के पूर्ण क्षमता से कार्य प्रारंभ करने पर बधाई और शुभकामनाएं दी हैं।
उन्होंने कहा कि प्रदेश के लिए यह गौरव की बात है कि ओंकारेश्वर सोलर फ्लोटिंग प्रोजेक्ट देश ही नहीं, विश्व की सबसे बड़ी सोलर फ्लोटिंग प्रोजेक्ट है।
मुख्यमंत्री यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में राष्ट्र रिन्यूएबल एनर्जी के क्षेत्र में लगातार ऊंचाइयों को छू रहा है। मध्य प्रदेश भी प्रधानमंत्री मोदी के साल 2030 में देश की रिन्यूएबल एनर्जी क्षमता को 500 गीगावॉट तक पहुंचाने के सपने को पूरा करने के लिये पूर्ण प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रहा है।
मां नर्मदा के आंचल पर तैरता एशिया का सबसे बड़ा 'फ्लोटिंग सोलर प्लांट'
पावन दीप पर्व पर अत्यंत हर्ष का विषय है कि 'ओंकारेश्वर फ्लोटिंग सोलर प्लांट' द्वारा आज से 278 मेगावाट की अपनी पूर्ण क्षमता के साथ विद्युत उत्पादन प्रारंभ हो गया है। यह उपलब्धि 'ग्रीन ऊर्जा एवं ऊर्जा के… pic.twitter.com/T4V0zF7gp7
— Dr Mohan Yadav (@DrMohanYadav51) October 30, 2024
मुख्यमंत्री यादव ने कहा कि ओंकारेश्वर सोलर फ्लोटिंग प्रोजेक्ट ने बुधवार 30 अक्टूबर, 2024 से प्रथम चरण में 278 मेगावॉट की पूर्ण क्षमता से विद्युत उत्पादन करना शुरू कर दिया है।
पुण्य सलिला मां नर्मदा पर निर्मित ओंकारेश्वर सोलर फ्लोटिंग प्रोजेक्ट का दीपावली के पावन पर्व पर प्रारंभ होना प्रदेशवासियों के लिये प्रसन्नता और गर्व का विषय है।
यह प्रदेश की ऊर्जा आत्म-निर्भरता एवं ग्रीन ऊर्जा उत्पादन के लिए सरकार के सतत प्रयास और संकल्प पूर्ण होने का भी अच्छा अवसर है। आज प्रदेश में लगभग 6,600 मेगावॉट क्षमता की रिन्यूएबल एनर्जी परियोजनाएं स्थापित की जा चुकी हैं।
लगभग 8,900 मेगावॉट की रजिस्टर्ड रिन्यूएबल एनर्जी प्रोजेक्ट्स पर काम चल रहा है। मुख्यमंत्री यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के ऊर्जा जरूरतों का 50 प्रतिशत नवकरणीय ऊर्जा से पूरा करने के लक्ष्य की ओर हम भी अग्रसर हैं।
मुख्यमंत्री यादव ने कहा कि प्रदेश में रिन्यूएबल एनर्जी को बढ़ावा दिये जाने के निरंतर प्रयास किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने विश्व पटल पर पंचामृत के रूप में जलवायु परिवर्तन की चुनौतियों से निपटने के लिये मूल-मंत्र रखा है।
वर्ष 2030 तक भारत की नवकरणीय ऊर्जा क्षमता को 500 गीगावॉट तक पहुंचाने का लक्ष्य है, जिसमें मध्य प्रदेश अहम भूमिका अदा करेगा। आज प्रदेश में लगभग 6600 MW क्षमता की नवकरणीय ऊर्जा परियोजना स्थापित की जा चुकी हैं और लगभग 8900 MW की पंजीकृत नवकरणीय ने ऊर्जा परियोजनाएं स्थापना के विभिन्न…
— Dr Mohan Yadav (@DrMohanYadav51) October 30, 2024
प्रधानमंत्री द्वारा रिन्यूएबल एनर्जी फील्ड में दिए गए लक्ष्य को प्राप्त करने में हम कोई कोर-कसर नहीं छोड़ेंगे। हम पूर्ण प्रतिबद्धता के साथ कार्य करेंगे, जिससे कि प्रदेश देश ही नहीं, दुनिया में अक्षय ऊर्जा के क्षेत्र में रोल मॉडल बन सके।
मुख्यमंत्री यादव ने कहा कि हम भविष्य में भी ऐसे इनोवेशन को अपना कर प्रदेश को "रोशन प्रदेश" "स्वर्णिम प्रदेश" बनाए रखने के लिए निरंतर कार्यरत रहेंगे।
नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा मंत्री राकेश शुक्ला ने प्रदेशवासियों को ओंकारेश्वर सोलर प्रोजेक्ट के प्रथम चरण में पूर्ण क्षमता के साथ विद्युत उत्पादन प्रारंभ करने की उपलब्धि के लिये बधाई दी है।
उन्होंने विश्वास दिलाया है कि मुख्यमंत्री यादव के नेतृत्व में हम इस क्षेत्र में अपनी क्षमता को बढ़ाने के लिये सम्पूर्ण प्रतिबद्धता के साथ कार्य करते रहेंगे। उन्होंने विभागीय अधिकारी-कर्मचारियों और प्रोजेक्ट डेवलपर्स को बधाई और शुभकामनाएं दी हैं।
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