whatsapp
For the best experience, open
https://mhindi.news24online.com
on your mobile browser.
Advertisement

लोकसभा चुनाव से पहले शरद गुट को झटका! भाजपा में वापसी कर सकते हैं बड़े नेता

Lok Sabha Election 2024 : लोकसभा चुनाव 2024 से पहले महाराष्ट्र में शरद पवार गुट को बड़ा झटका लग सकता है। एकनाथ खडसे भाजपा में शामिल हो सकते हैं। हालांकि, बीजेपी में उनकी घर वापसी है। आइए जानते हैं कि कौन हैं एकनाथ खडसे?
06:35 PM Apr 06, 2024 IST | Deepak Pandey
लोकसभा चुनाव से पहले शरद गुट को झटका  भाजपा में वापसी कर सकते हैं बड़े नेता
भाजपा में शामिल हो सकते हैं एकनाथ खडसे।

Lok Sabha Election 2024 : देश में लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर सियासी सरगर्मियां तेज हो गई हैं। राजनीतिक पार्टियों में जोड़-तोड़ की राजनीति चल रही है। आम चुनाव से पहले महाराष्ट्र में शरद पवार की एनसीपी को बड़ा झटका लग सकता है। उनकी पार्टी के बड़े नेता भाजपा में घर वापसी कर सकते हैं।

Advertisement

एकनाथ खडसे महाराष्ट्र भाजपा के दिग्गज नेता माने जाते थे। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी छोड़कर एनसीपी शरद पवार गुट का दामन थाम लिया था। शरद गुट में शामिल होने के बाद उन पर ईडी की तलवार लटक रही है। अब खबर है कि एकनाथ खडसे फिर घर वापसी कर सकते हैं। उनके भाजपा में शामिल होने की अटकलें लगाई जा रही हैं।

यह भी पढ़ें : श्री राजपूत करणी सेना फिर आई चर्चा में, हिरासत में महिपाल सिंह मकराना

Advertisement

चुनाव में बीजेपी को मिल सकता है फायदा

Advertisement

एकनाथ खडसे भाजपा में कब ज्वाइन करेंगे, इसे लेकर आज दिन और समय तय हो जाएगा। लोकसभा चुनाव से पहले एकनाथ खडसे की घर वापसी से राज्य में भाजपा को मजबूती मिलेगी और इसका फायदा चुनाव में देखने को मिल सकता है। शरद पवार की एनसीपी को बड़ा नुकसान हो सकता है।

एकनाथ खडसे क्यों छोड़ रहे शरद गुट?

भाजपा ने रावेर लोकसभा सीट से एक बार फिर मौजूदा सांसद रक्षा को उम्मीदवार बनाया है। शरद पवार इस सीट से एकनाथ खडसे को उतारना चाहते थे। रक्षा एकनाथ खडसे की बहू हैं। ऐसे में उन्होंने शरद गुट को छोड़ना को सही समझा।

यह भी पढ़ें : कौन हैं वो बीजेपी नेता? जितने वोट पाकर जीते, उससे ज्यादा पाकर भी हारे

कौन हैं एकनाथ खडसे

एकनाथ खडसे जलगांव जिले के मुक्ताईनगर सीट से छह बार विधायक रह चुके हैं। वे साल 1995 में मनोहर जोशी की सरकार में पहली बार मंत्री बने थे। इसके बाद वे नारायण राणे की सरकार में भी मंत्री बनाए गए। खडसे ने 3 जून 2016 को देवेंद्र फडणसी से तनातनी और भ्रष्टाचार के आरोप में मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद पार्टी ने उन्हें किनारा कर दिया। इससे नाराज होकर खडसे ने 2020 के अक्टूबर में एनसीपी का दामन थामा था। वे फिलहाल एमएलसी हैं। उनकी बेटी रोहिणी एनसीपी (शरद पवार) की महिला विंग की अध्यक्ष हैं।

Open in App Tags :
Advertisement
tlbr_img1 दुनिया tlbr_img2 ट्रेंडिंग tlbr_img3 मनोरंजन tlbr_img4 वीडियो