SDM थप्पड़ कांड: देवली-उनियारा में बवाल, नरेश मीणा फरार, हिरासत में 100 समर्थक
Rajasthan By Election: टोंक जिले के देवली उनियारा विधानसभा के समरावता गांव में कल दोपहर उपचुनाव की वोटिंग के दौरान शुरू हुआ बवाल अभी भी जारी है। निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा के एसडीएम को थप्पड़ मारने के बाद वे वहीं धरने पर बैठ गए। इसके बाद जब वोटिंग खत्म हुई तो मीणा समर्थक पुलिस से उलझ गए। पुलिस को बूथ से पोलिंग पार्टियों को रवाना करना था। इस दौरान मीणा समर्थकों ने पथराव कर दिया और गाड़ियों में आग लगा दी।
पथराव में एसपी की गाड़ी भी क्षतिग्रस्त हो गई। पुलिस ने मीणा समर्थकों को खदेड़ने के लिए आंसू गैस के गोले दागे। पथराव में 10 से ज्यादा पुलिसकर्मी चोटिल हो गए। इसके बाद स्थिति बिगड़ती देख आसपास के जिलों से फोर्स बुलाई गई। प्रशासन ने हालात देखते हुए क्षेत्र में इंटरनेट सेवाएं सस्पेंड कर दी। वहीं देर रात तक पुलिस ने 100 से अधिक मीणा समर्थकों को अरेस्ट कर लिया।
देवली उनियारा में लोकतंत्र का उत्सव कैसे उपद्रव में बदल गया???
राजस्थान में ऐसा तो कभी नहीं हुआ था। इन हालात को बनने से रोका जा सकता था। pic.twitter.com/8uTgj4TfAH— Soniya Meena (@SoniyaMeena55) November 14, 2024
नरेश मीणा को तलाश रही पुलिस
पथराव में घायल हुए स्पेशल टास्क फोर्स के तीन जवानों को टोंक के सआदत हाॅस्पिटल में भर्ती कराया गया। फिलहाल नरेश मीणा फरार है, पुलिस उनकी तलाश में जुटी है। पुलिस फिलहाल समरावता गांव से बाहर निकल चुकी है। नरेश मीणा ने आरोप लगाया कि उनके धरने में शामिल लोगों के लिए बाहर से खाना मंगाया गया था, लेकिन पुलिस ने टोल पर खाने के पैकेट रोक लिए। इसके बाद वह अकेले ही धरनास्थल से उठकर पुलिस से बात करने पहुंचे, लेकिन वहां पहुंचने पर पुलिस ने उनको पकड़ लिया। इसके बाद मौके पर उनके समर्थक पहुंचे और उन्होंने मीणा को छुड़ा लिया।
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जानें क्या है मामला
निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा ने समरावता गांव में दोपहर करीब 1 बजे सेक्टर मजिस्ट्रेट अमित चौधरी को थप्पड़ मार दिया। मीणा की वहां मौजूद पुलिस अधिकारियों से हाथापाई हो गई। नरेश मीणा पर जबरन पोलिंग बूथ में घुसने का आरोप लगा। मीणा ने तर्क दिया कि गांव के लोगों ने उपखंड मुख्यालय बदलवाने को लेकर वोटिंग का बहिष्कार किया था, लेकिन प्रशासनिक अधिकारी लोगों से जबरन वोट डलवा रहे थे। मैंने इसी बात का विरोध किया।
इसके बाद बूथ पर अफरा-तफरी मच गई। बूथ पर दोबारा 3ः30 बजे मतदान शुरू हुआ। जो रात में करीब 7 बजकर 45 मिनट तक चला। मतदान खत्म होने के बाद पोलिंग पार्टियों को रवाना करने के लिए पुलिस मीणा समर्थकों को हटाने पहुंची थी, तभी पुलिस पर मीणा समर्थकों ने पथराव कर दिया।
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