whatsapp
For the best experience, open
https://mhindi.news24online.com
on your mobile browser.
Advertisement

Mahabharata Story: मामा शकुनि के पासे का रहस्य, उनके मरने के बाद कहां गायब हो गए जादुई पासे?

Mahabharata Story: मामा शकुनि के पासे का रहस्य महाभारत के सबसे बड़े रहस्यों में से एक माना गया है। पौराणिक कथाओं के अनुसार मामा शकुनी चौसर के खेल में अजेय खिलाड़ी थे। महाभारत के युद्ध को भड़काने में मामा शकुनी का अहम किरदार था। उनकी मृत्यु के बाद उनके जादुई पासे का क्या हुआ? पढ़िए पूरी कथा...
07:48 AM Sep 26, 2024 IST | Shyam Nandan
mahabharata story  मामा शकुनि के पासे का रहस्य  उनके मरने के बाद कहां गायब हो गए जादुई पासे

Mahabharata Story: मामा शकुनि चौसर के खेल के बेजोड़ खिलाड़ी थे। कहते हैं कि उनके पास जो पासे थे, वे उनकी बात मानते है। सवाल है कि उनके मरने के बाद उन पासों का क्या हुआ? इस रहस्य के बारे में महाभारत में कहीं भी स्पष्ट उल्लेख नहीं मिलता है। आइए जानते हैं, कहां गायब हो गए मामा शकुनि के जादुई पासे?

Advertisement

शकुनि की बात मानते थे पासे

वह दुर्योधन के साथ मिलकर पांडवों को नुकसान पहुंचाने की कूटनीतिक चालें खूब चलते थे। उन्होंने अपने इन पासों के दम पर पांडवों को जुए में हराया और फिर द्रौपदी का चीर हरण तक करवाया। कहते हैं, शकुनि के पासे उसके इशारों को समझते थे और उसकी बात मानते थे।

पिता की हड्डियों से बनाए थे पासे

मामा शकुनी के पास जो पासे थे, माना जाता है वे उनकी पिता की हड्डियों से बनाए गए थे। उन्हें ऐसा करने का आदेश उनके पिता ने ही दिया था। शकुनि के पिता ने मरने से पहले उनसे कहा था कि, मेरी मृत्यु के बाद तुम मेरी हड्डियों से पासा बना लेना।

Advertisement

इसलिए पासे मानते थे शकुनि की बात

शकुनि के पासे हमेशा उसकी बात मानते थे। इसका कारण यही था कि शकुनि के पासे उसके मृत पिता की रीढ़ की हड्डी से बने हुए थे और इस कारण पासे में उसके पिता की आत्मा बसी थी। इसलिए पासे शकुनि का हर इशारा भी समझते थे।

Advertisement

ये भी पढ़ें: Sharad Purnima 2024: चांद की रोशनी में क्यों रखते हैं खीर? जानें महत्व और नियम

अर्जुन की एक महाभूल

शकुनी की मौत के बाद भी उनके वे पासे नष्ट नहीं हुए और अर्जुन की गलती से नदी में बहा दिए गए। दरअसल शकुनी की मौत के बाद भगवान कृष्ण ने भीम और अर्जुन को उनके पासे नष्ट करने को कहा था। लेकिन अर्जुन किसी कारण से कृष्ण की यह बात सही से सुन और समझ नहीं पाए थे और उन्होंने उन पासों को एक नदी में फेंक दिया। यह अर्जुन की एक महाभूल थी।

इसलिए खत्म नहीं हुआ दुनिया से जुआ

जब भगवान कृष्ण का यह पता चला तो उन्होंने अर्जुन से कहा कि तुमने बड़ा अनर्थ कर दिया। अगर वे पासे बहते हुए किसी के हाथ लग गए तो दुनिया में जुए का अंत नहीं हो पाएग और इंसान की बर्बादी का कारण बनेगा। माना जाता है कि वे पासे किसी आम इंसान के हाथ लग गए और आज इसी कारण से जुआ अलग-अलग रूपों में समाज में मौजूद है।

ये भी पढ़ें: Chhath Puja 2024: इन 9 चीजों के बिना अधूरी रहती है छठ पूजा, 5वां आइटम है बेहद महत्वपूर्ण!

डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी धार्मिक शास्त्र की मान्यताओं पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।

Open in App
Tags :
Advertisement
tlbr_img1 दुनिया tlbr_img2 ट्रेंडिंग tlbr_img3 मनोरंजन tlbr_img4 वीडियो