सुनीता विलियम्स की आंखों में आई दिक्कत? स्पेस में हुआ टेस्ट
Sunita Williams: नासा की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स दो महीने पहले अपने साथी बुच विल्मोर के साथ बोइंग स्टारलाइनर मिशन के तहत ISS पर गई थीं, लेकिन वो तकनीकी खराबी आने के बाद से वहीं फंस गई हैं। सुनीता ISS में मौजूद अंतरिक्ष यात्रियों की आंखों की जांच कर रही हैं। इस महीने 1 अगस्त और 13 अगस्त को नासा ने ये जांच की थी। सुनीता का ये सफर 8 दिनों के लिए तय किया था लेकिन वो 2 महीनों से अंतरिक्ष में ही हैं. इस दौरान उनके स्वास्थय पर किस तरह का असर पड़ा है इसकी लगातार जांच हो रही है।
स्वास्थ्य और मनोवैज्ञानिक मूल्यांकन
आमतौर पर अंतरिक्ष में जाने वाले यात्रियों के स्वास्थय की समय समय पर जांच की जाती है। इस जांच में इस बात का पता चलता है कि वो कि उनके जाने के बादसे उनके शरीर में किस तरह के बदलाव हुए हैं। जांच करने के बाद नासा का ये मानना है कि अंतरिक्ष में एस्ट्रोनॉट के सामने कई समस्याएं हैं।
नासा 2025 की शुरुआत में ही अंतरिक्ष यात्रियों को धरती पर वापस का लाने का प्लान तैयार कर रहा है। इसमें देरी होने से एस्ट्रोनॉट के स्वास्थय के साथ-साथ मिशन की सफलता पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। विलियम्स और विल्मोर के सुनने और देखने की क्षमता पर किस तरह का असर पड़ा है इसका पूरा परीक्षण किया जा रहा है।
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अंतरिक्ष में सुनने-देखने की क्षमता पर प्रभाव पड़ता है?
अंतरिक्ष मिशनों पर जाने वाले यात्रियों के शरीर पर धरती से इतनी दूर जाकर किस तरह का असर पड़ता है इसकी जांच की जाती है। शोध में कहा गया कि अंतरिक्ष यात्रियों के शरीर में बदलाव होते हैं, खासकर वहां पर रहने वालों की सुनने और देखने की क्षमता पर प्रभाव पड़ता है। हाल ही में विलियम्स और विल्मोर ने आईएसएस पर एक मानक श्रवण परीक्षण में हिस्सा लिया था। इस जांच को खास इसलिए माना जा रहा है क्योंकि अंतरिक्ष का वातावरण काफी अशांत होता है, जो माइक्रोग्रैविटी के प्रभावों के साथ मिलकर सुनने की क्षमता पर असर डाल सकता है.
इससे पहले भी सुनीता विलियम्स ने मानक मेडिकल इमेजिंग हार्डवेयर का इस्तेमाल कर अपने कॉर्निया, रेटिना और लेंस की जांच कराई थी। शारीरिक स्वास्थ्य के साथ साथ अंतरिक्ष यात्रियों की मनोवैज्ञानिक बदलावों की भी जांच की जाती है। अंतरिक्ष यात्रा के दौरान यात्रियों को मानसिक चुनौतियों से निपटने में मदद करने के लिए नासा कई तरीके अपनाता है।