11825 रन, 411 विकेट; ये दिग्गज था टीम इंडिया का सबसे पहला कप्तान
Ck Nayudu First Indian Cricket Captain: भारत में क्रिकेट अंग्रेजों के समय से ही खेला जा रहा है। शुरुआत में टीम इंडिया में राज घरानों की काफी दखलअंदाजी देखने को मिलती थी, जिसके चलते जो अच्छे खिलाड़ी थे उनको मौका नहीं मिल पाता था। ऐसा ही कुछ टीम इंडिया के सबसे पहले कप्तान के साथ देखने को मिला था। शुरुआती दिनों में भारतीय टीम का सिलेक्शन अंग्रेजों द्वारा ही किया जाता था। चलिए आज हम आपको बताते है कैसे भारत को क्रिकेट में पहचान मिली और टीम इंडिया का पहला कप्तान कौन था।
सीक नायडू थे भारतीय टीम के पहले कप्तान
साल 1926 में टीम इंडिया को क्रिकेट में असल पहचान मिली थी। जब सीके नायडू ने बॉम्बे के जिमखाना में हिंदुओं की तरफ से खेलते हुए कमाल की बल्लेबाजी की थी। उस वक्त बल्लेबाजी करते हुए सीके नायडू ने 11 छक्के और 14 चौकों की मदद से 158 रनों की पारी खेली थी। इसके बाद अंग्रेजों ने भी क्रिकेट में भारत का लोहा माना था। बता दें, साल 1932 में भारतीय क्रिकेट टीम को टेस्ट का दर्जा मिला था। इस साल टीम इंडिया ने अपना पहला विदेशी दौरा किया था। जिसको लेकर अंग्रेजों ने टीम इंडिया का सिलेक्शन किया था।
काउंटी क्रिकेट के अच्छे प्लेयर उस वक्त टीम इंडिया का चयन करते थे। उस समय भारत में ज्यादातर राज घरानों के लोग ही क्रिकेट खेला करते थे। टीम का कप्तान भी तब किसी राजघराने से ही होता था। जब टीम इंडिया अपने पहले विदेशी दौरे पर गई थी तब भी भारत का कप्तान सीके नायडू जैसे शानदार खिलाड़ी को न चुनकर महाराजा पटियाला को चुना गया था। लेकिन उन्होंने कप्तान बनने से इंकार कर दिया था। इसके बाद पोरबंदर के राजा राणा साहब को कप्तान बनाया गया था।
Remembering India's first Test captain Colonel CK Nayudu on his birth anniversary. 🙏 pic.twitter.com/UXJffriDfJ
— BCCI (@BCCI) October 31, 2021
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भारतीय टीम को अपना पहला इंटरनेशनल टेस्ट मैच लॉर्ड्स के मैदान पर खेलना था लेकिन मैच से पहले ही राजा राणा साहब ने कप्तानी से हटने का फैसला किया था। क्योंकि उनका पता था कि सीके नायडू काफी शानदार खिलाड़ी हैं और वे अच्छे कप्तान हो सकते हैं। उस वक्त किसी आम आदमी का कप्तान बनना उतना आसान नहीं था लेकिन राजा राणा साहब के बगावत करने के बाद महाराजा पटियाला ने सीके नायडू को कप्तान घोषित कर दिया था।
पहले मैच में भारत को मिली थी हार
भारतीय टीम को अपने पहले टेस्ट मैच में 158 रनों से हार का सामना करना पड़ा था। सीके नायडू ने अपने फर्स्ट क्लास क्रिकेट की शुरुआत साल 1915 में की थी। इस दौरान उन्होंने 207 मैच खेले थे, जिसमें उन्होंने बल्लेबाजी करते हुए 11825 रन बनाए थे। इसके अलावा गेंदबाजी करते हुए 411 विकेट हासिल किए थे। वहीं सीके नायडू ने टीम इंडिया के लिए 7 टेस्ट मैच खेले थे, जिसमें बल्लेबाजी करते हुए 350 रन और गेंदबाजी करते हुए 9 विकेट चटकाए थे।
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