AUS vs PAK: झुकती है दुनिया झुकाने वाला चाहिए! मोहम्मद रिजवान पाकिस्तान को तुम पर नाज है
शुभम मिश्रा। AUS vs PAK Mohammad Rizwan: 'इंशाअल्लाह ऑस्ट्रेलिया को ऑस्ट्रेलिया में हराएंगे'। यह बयान कंगारू सरजमीं के लिए रवाना होने से पहले मोहम्मद रिजवान ने दिया था। बतौर कप्तान दिए गए अपने पहले ही बयान को रिजवान ने सही साबित करके दिखा दिया है। अपने ही क्रिकेट बोर्ड में मचे घमासान के बीच पाकिस्तान के नए-नवेले कप्तान ने ऑस्ट्रेलिया की धरती पर इतिहास रच डाला है। रिजवान ने ऑस्ट्रेलिया में वो कारनामा किया है, जिसकी झलक पाने के लिए हर पाकिस्तानी क्रिकेट फैन की आंखें तरस गई थीं।
पर्थ के मैदान पर कंगारुओं को तीसरे वनडे में 8 विकेट से पटखनी देने के साथ ही रिजवान पिछले 22 साल में ऑस्ट्रेलिया की धरती पर वनडे सीरीज जीतने वाले पहले पाकिस्तानी कप्तान बन गए हैं। रिजवान ने वो सपना साकार कर दिखाया है, जिसकी उम्मीद के साथ हर बार पाकिस्तान टीम ऑस्ट्रेलिया पहुंचती थी। कमजोर, बिखरी हुई टीम के साथ कप्तानी के पहले ही टेस्ट में रिजवान ने जो उपलब्धि हासिल की है, उसको पाकिस्तान क्रिकेट के इतिहास में सुनहरे अक्षरों में लिखा जाएगा।
रिजवान ने रचा इतिहास
पाकिस्तान की टीम जब ऑस्ट्रेलिया पहुंची थी, तो हर कोई कंगारू को फेवरेट मान रहा था। कंगारुओं को भी अपने घर में पाकिस्तान के खिलाफ बेमिसाल रिकॉर्ड पर घमंड था। मगर मेजबान टीम ने अपने सपने में भी नहीं सोचा होगा कि पाकिस्तान मेलबर्न, एडिलेड या फिर पर्थ की उछाल भरी पिचों पर इस कदर का खेल दिखाएगा। पाकिस्तान टीम अगर ऑस्ट्रेलिया का किला 22 साल भेदने में सफल रही, तो इसका काफी श्रेय कप्तान रिजवान को जाता है। रिजवान ने कैप्टेंसी में कई ऐसे फैसले लिए, जिसकी जमकर तारीफ होनी चाहिए।
किस गेंदबाज को कब और कैसे इस्तेमाल करना है इसकी प्लानिंग मानो रिजवान ड्रेसिंग रूम से करके उतरे थे। तीसरे वनडे में जब रिजवान ने नसीम शाह को अच्छी गेंदबाजी करते हुए देखा, तो उन्होंने फास्ट बॉलर के हाथों में एक ओवर और डालने की जिम्मेदारी सौंप दी। रिजवान का यह फैसला एकदम सही भी साबित हुआ। सिर्फ यही नहीं, बल्कि बल्लेबाजों पर दबाव बनाने के लिए रिजवान चार स्लिप के साथ भी गेंदबाजी करवाते हुए नजर आए।
महज दूसरे कप्तान रिजवान
ऑस्ट्रेलिया को उन्हीं के घर में घुसकर रौंदने वाले रिजवान पाकिस्तान की ओर से महज दूसरे ही कप्तान बने हैं। मगर इस सीरीज में मिली हर जीत अपने आप में खास है, क्योंकि गिरे हुए मनोबल वाले प्लेयर्स को एकजुट करना और अपने ही क्रिकेट बोर्ड में मची उठा-पटक के बीच मैदान पर इस तरह का खेल दिखाना किसी भी टीम और कप्तान के लिए आसान नहीं होता है। यही वजह है कि अपने नए कप्तान पर आज पूरा पाकिस्तान गर्व कर रहा होगा। हालांकि, यह महज शुरुआत हो सकती है, क्योंकि रिजवान की कप्तानी में वो दमखम नजर आया है, जिसके बूते वह वर्ल्ड क्रिकेट में अपना सिक्का जमा सकते हैं।