भूल जाएंगे DDLJ के राज-सिमरन को, जब सुनेंगे सिमरन-गज्जू की लव स्टोरी, PM मोदी भी हुए खुश
Paris Paralympics Medal Winner Simran Sharma Gajendra Singh Love Story: साल 1995 में बॉलीवुड के बादशाह खान यानी शाहरुख खान और काजोल की फिल्म आई थी। फिल्म का नाम 'दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे' था। आदित्य चोपड़ा के निर्देशन में बनी इस फिल्म को केवल भारत में ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में प्यार मिला था। शाहरुख ने इस फिल्म में राज का किरदार प्ले किया था, जबकि काजोल सिमरन बनी थी। प्यार और ड्रामे से भरपूर ये फिल्म उस जमाने में दर्शकों के दिलों पर छा गई थी।
कहा जाता है कि आज तक राज और सिमरन की जोड़ी लोगों के दिलों में राज करती है। हालांकि ये तो एक फिल्म की कहानी थी। लेकिन असली जीवन में भी राज और सिमरन जैसी जोड़ी साल 2024 में पूरी दुनिया के सामने आई, जब एथलीट सिमरन शर्मा ने पेरिस में हुए पैरालंपिक में भारत के लिए कांस्य मेडल जीतकर इतिहास रच दिया। हालांकि सिमरन का मेडल जीतने का सपना कभी पूरा नहीं हो पाता अगर उनके पति गजेंद्र उनका साथ नहीं देते। दोनों की लव स्टोरी को सुन आपको डीडीएलजे के राज और सिमरन का प्यार फीका लगने लगेगा। बस यहां राज की जगह गज्जू ने ले ली है।
सिमरन के लिए बेच दी जमीन
सिमरन शर्मा ने बचपन में ही अपनी आंखों की रोशनी को गंवा दिया था। उन्हें साइड का और दूर तक नजर नहीं आता है। हालांकि इन सब के बाद उन्होंने अपनी कमजोरी को ताकत बनाई। RJ अनमोल और अमृता राव के इंटरव्यू का हिस्सा बनी सिमरन सिंह ने अपने पति गजेंद्र को कांस्य पदक जीतने का श्रेय दिया। उन्होंने अपनी बातचीत में बताया कि मुझे पैरालंपिक में पहुंचाने के लिए गजेंद्र ने खूब मेहनत की। एक समय जब गजेंद्र के पास पैसा कम था। तो उसने मुझे जूस पिलाने के लिए खुद जूस पीना छोड़ दिया था। जबकि गजेंद्र को जूस पीने का काफी शौक था। वह दिन में 4 से 5 ग्लास जूस पीता था। शादी से पहले गजेंद्र को जूते का काफी शौक था। उसके पास 22 जोड़ी जूते थे। लेकिन मेरी ट्रेनिंग के लिए गजेंद्र के पास 1 ही जूता बचा। बाद में उसके पास एक भी जूता नहीं बचा। इन सबके अलावा गजेंद्र ने सिमरन के लिए अपनी जमीन तक बेच दी।
गजेंद्र सेना में नौकरी के अलावा एथलीट्स को कोचिंग देते हैं और वह दिल्ली में ही रहते हैं। गजेंद्र खुद एक एथलीट थे। लेकिन कम पैसों की वजह से उन्होंने अपना खेल छोड़ दिया और अपनी पत्नी को पैरालंपिक तक पहुंचाने के लिए अपनी पूरी सैलरी लगा दी। इसके अलावा गजेंद्र ने एक पति के अलावा कोच की भी भूमिका निभाई। अपनी पत्नी सिमरन को मेडल जिताने के लिए गजेंद्र ने ही ट्रेनिंग दी है।
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— DeepanshuSaini (@deepanshusaini_) September 10, 2024
6 साल पहले हुई थी शादी
गजेंद्र सिंह और सिमरन शर्मा ने 6 साल पहले लव मैरेज की थी। हालांकि शादी के 2 साल बाद ही उनके पिता की मौत हो गई थी। सिमरन का परिवार एक मध्यमवर्गीय श्रेणी में आता है। ऐसे में ट्रेनिंग का खर्च का पैसा सिमरन के घर वालों के पास नहीं था। यूपी के मोदीनगर की रहने वाली सिमरन तीन भाई बहनों में सबसे छोटी हैं। उनके भाई आकाश निजी कंपनी में काम करते हैं। जबकि बहन अनुष्का की भी शादी हो चुकी है। लेकिन सिमरन के सपनों को साकार करने के लिए पति गजेंद्र ने धन-बल के अलावा सब कुछ कुर्बान कर दिया। उनकी मेहनत को सिमरन ने कांस्य पदक जीतकर सही साबित कर दिया।
पीएम मोदी ने भी की सराहना
पेरिस में भारत के लिए कांस्य जीतने के बाद सिमरन शर्मा भारत लौंटी। पीएम मोदी भी खिलाड़ियों से मिले। इस दौरान जब गजेंद्र सिंह पीएम से बात कर रहे थे, तब पीएम मोदी ने भी मजाकिया अंदाज में गजेंद्र के मजे ले लिए। दरअसल, पीएम मोदी से सिमरन ने अपने पति की मजाक में शिकायत की थी। जिसके बाद पीएम ने गजेंद्र से कहा था कि 'वहां तो तुमने दिन निकाल दिए अब घर में क्या होगा तेरा' जिसके बाद मौजूद सभी खिलाड़ी ठहाके मार कर हंसने लगे थे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पैरा एथलीट सिमरन शर्मा और पैरिस पैरालंपिक में दो मेडल जीतने वालीं पैरा एथलीट प्रीति पाल के कोच और उनकी पत्नी पैरा एथलीट सिमरन शर्मा के साथ बातचीत की और उनके पेरिस पैरलंपिक के अनुभवों को सुना। pic.twitter.com/Q20u0up0jJ
— IANS Hindi (@IANSKhabar) September 13, 2024
फाइनल में दिखाया था दम
सिमरन शर्मा ने महिलाओं की 200 मीटर टी-12 रेस में ब्रॉन्ज मेडल जीता था। एथेलेटिक्स प्रतियोगिता फाइनल में कुल 4 खिलाड़ियों ने भाग लिया था। जिसमें सिमरन सिंह ने 24.75 सेकेंड में दौड़ पूरा कर तीसरा स्थान हासिल किया था। वेनेजुएला की एलेजांद्रा पाओला पेरेज़ लोपेज ने 24.19 सेकेंड के साथ सिल्वर जीता था। क्यूबा की ओमारा डुरंड एलियास ने 23.62 सेकेंड में दौड़ खत्म कर गोल्ड जीता था।
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