लेफ्ट हैंडर्स बल्लेबाज कि वो 5 पारियां, जिन्हें आज तक नहीं भूल पाए हैं क्रिकेट फैन
International Left Handers Day 2024: 13 अगस्त को हर साल 'लेफ्ट हैंडर्स डे' मनाया जाता है। यह दिन लोगों के लिए हैं जो अपना हर काम बाएं हाथ से करते हैं। क्रिकेट में बाएं हाथ के बल्लेबाजों ने अपनी अलग पहचान बनाई है।इसी कड़ी में आज हम लेफ्ट हैंड बैट्समैन की कुछ पारियों के बारे में बताएंगे, जिन्हें हर क्रिकेट फैंस आज भी याद करता हैं।
सौरव गांगुली (भारत) - 183
1999 क्रिकेट विश्व कप में श्रीलंका के खिलाफ गांगुली ने 183 रनों यादगार पारी खेली थी। इस पारी में उन्होंने अपने स्ट्रोक प्ले से सभी को दीवाना बना दिया था। उनकी इस पारी के बाद उन्होंने खुद को इंडियन क्रिकेट में स्थापित कर दिया था।
गौतम गंभीर (भारत) - 97
2011 आईसीसी विश्व कप फाइनल में गंभीर की पारी उनके दृढ़ संकल्प का प्रमाण है। श्रीलंका के खिलाफ भारत के लिए गंभीर की 122 गेंदों पर 97 रन की पारी खेली थी। उनकी इस पारी की वजह से भारत संकट से बाहर आया था और लक्ष्य का पीछा करने में सफल रहा था। उनकी इस पारी की वजह से ही भारत ने 28 साल के बाद वर्ल्ड कप जीता था। उनकी ये पारी कोई भी इंडियन फैन कभी नहीं भुला सकता है।
ब्रायन लारा (वेस्टइंडीज) - 400 नाबाद
2004 में, ब्रायन लारा ने इंग्लैंड के खिलाफ नाबाद 400 रनों की ऐतिहासिक पारी खेली थी। अपनी इस रिकॉर्ड ब्रेकिंग इनिंग के दौरान लारा ने पूरी दुनिया को अपनी क्लास का दीवाना बना दिया था। उन्होंने मैदान के चारों तरफ शॉट लगाए थे।
सईद अनवर (पाकिस्तान) - 194
1997 में भारत के खिलाफ सईद अनवर की 194 रनों की यादगार पारी खेली थी। चेन्नई में उनके आगे कोई भी भारतीय गेंदबाज कुछ नहीं कर सका था। अपनी पारी के दौरान उन्होंने 22 चौके और 5 छक्के मारे थे। वो वनडे में दोहरा शतक लगाने से सिर्फ 6 रन से चूक गए थे।
मैथ्यू हेडेन (ऑस्ट्रेलिया) - 380
2003 में जिम्बाब्वे के खिलाफ हेडेन ने 380 रन की दमदार पारी खेली थी। ये ऑस्ट्रलिया की तरफ से टेस्ट क्रिकेट में इसी भी बल्लेबाज की तरफ से बनाया गया सबसे बड़ा स्कोर है। अपनी इस पारी के दौरान हेडेन ने अपनी पॉवर हिटिंग से सभी को हैरान कर दिया था। पर्थ की पिच पर उनके कवर डाइवर और पुल को देख कर सब हैरान रह गए थे।