CSK-MI में बेहतर कौन? 3 कारण जो मुंबई इंडियंस के मुकाबले चेन्नई सुपर किंग्स को बनाते हैं बेस्ट टीम
Who is Greater between MI and CSK: दुनिया की सबसे बड़ी क्रिकेट लीग इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में कई टीमों के बीच कड़ी प्रतिद्वंद्विता देखने को मिलती है। पांच बार की चैम्पियन चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) और मुंबई इंडियंस (एमआई) ऐसी ही टीमें हैं, जिनके बीच जब भी मैच होता है, तो खिलाड़ियों और फैन्स की धड़कनें बढ़ जाती हैं। सबसे ज्यादा आईपीएल खिताब जीतने के मामले में भी यह टीमें बाकी टीमों के मुकाबले सबसे ऊपर हैं। मुंबई के नाम बेशक चेन्नई के बराबर पांच खिताब हों, साथ ही उसका हेड टू हेड रिकॉर्ड बेहतर हो। लेकिन फैन्स और एक्सपर्ट्स कई ऐसे कारण बताते हैं, जिससे साबित होता है कि मुंबई के खिलाफ चेन्नई का पलड़ा भारी है।
प्लेऑफ रिकॉर्ड
एमएस धोनी की अगुवाई में चेन्नई सुपर किंग्स ने इस लीग में अपार सफलता हासिल की है। इस टीम पर बेशक दो साल का बैन लगा, लेकिन इसके बाद भी टीम की सफलता मायने रखती है। टीम मैनेजमेंट ने इस दौरान अपनी टीम को बिखरने नहीं दिया, बल्कि अपने स्क्वॉड और स्ट्रेटजीज पर जमकर काम किया। टीम की वापसी करने की काबिलियत और हाई लेवल परफॉरमेंस बरकरार रखना टीम की ताकत दिखाती है। टीम ने 14 सीजन में 12 बार प्लेऑफ जबकि 10 बार फाइनल में जगह बनाई है। इन आंकड़ों के हिसाब से मुंबई के खिलाफ चेन्नई का पलड़ा भारी नजर आता है।
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धोनी की उपस्थिति
लंबे समय तक चेन्नई सुपर किंग्स की कमान संभालने वाले एमएस धोनी को 'कैप्टन कूल' कहा जाता है। उनका लीडरशिप स्टाइल, दबाव में शांत रहने की कला और बल्ले से बेहतरीन प्रदर्शन सीएसके के पहचान की प्रतीक बन गया। धोनी का अपने स्टाइल में मैच को खत्म करने की कला टीम को मनोवैज्ञानिक बढ़त देता है। धोनी अगर क्रीज पर रहते हैं तो दबाव सामने वाली टीम पर रहता है। मुंबई-चेन्नई के बीच आईपीएल 2024 में भी ऐसा ही कुछ देखने को मिला, जब धोनी ने अपनी छोटी से पारी से मैच का रुख ही बदल दिया। धोनी का दबाव में यह लीडरशिप और प्रदर्शन सीएसके को एक्स्ट्रा फायदा पहुंचाता है।
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बेहतर रणनीति
चेन्नई सुपर किंग्स की सफलता का क्रेडिट प्लेयर मैनेजमेंट और टीम निर्माण में उसके रणनीतिक दृष्टिकोण को भी दिया जा सकता है। इस साल मुंबई की टीम की लीडरशिप में काफी बदलाव देखने को मिले. टीम ने यहां पांच बार खिताब जिताने वाले रोहित शर्मा की जगह हार्दिक पांड्या को कप्तान बना दिया। दूसरी ओर सीएसके ने रणनीति के तहत एक कोर ग्रुप बनाए रखा है। यह कंसिस्टेंसी, टैलेंट को पहचानने और निखारने की क्षमता के साथ मिलकर सीएसके को एक स्थिर आधार देती है। अकसर देखा गया है कि सीएसके टीम की बॉलिंग स्ट्रेटजीस डेथ ओवरों में बेहतर रही है। चेन्नई सुपर किंग्स के गेंदबाज मथीषा पाथिराना बेशक मुंबई के तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह की तारीफ कर चुके हैं, लेकिन वो खुद भी अपनी बॉलिंग का लोहा मनवा चुके हैं।
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हालांकि यह भी साफ है कि मुंबई की उपलब्धियों को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है। मुंबई की रिकॉर्ड-तोड़ जीत, खासकर 2019 में जब उन्होंने सीएसके के खिलाफ सभी चार मैच जीते और बाद में खिताब पर भी कब्जा जमाया था। लेकिन इसके बाद भी कई लोगों के लिए चेन्नई की परंपरा, लीडरशिप और रणनीतियों का मिश्रण उन्हें आईपीएल की महानता टीमों में सबसे ऊपर रखता है।