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एक ऐसा मंदिर जहां जाने से डरते हैं लोग, कंगना रनौत पहुंचीं करने दर्शन

Kangana Ranaut Visits Bharmour Temple: कंगना ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर कुछ तस्वीरें शेयर की हैं। जहां वो हिमाचल प्रदेश के प्रसिद्ध मंदिर 'चौरासी मंदिर' के दर्शन करती नजर आ रही हैं। आज हम आपको इसी मंदिर से जुड़ी कुछ खास बातों के बारे में बताएंगे।
08:07 AM Apr 19, 2024 IST | Nidhi Jain
एक ऐसा मंदिर जहां जाने से डरते हैं लोग  कंगना रनौत पहुंचीं करने दर्शन

Kangana Ranaut Visits Bharmour Temple: मशहूर अभिनेत्री कंगना रनौत (Kangana Ranaut) हिमाचल प्रदेश के मंडी से चुनाव लड़ रही हैं। राजनीति (Lok Sabha Elections 2024) में अपना लक अजमा रहीं कंगना को बेजीपी ने मंडी से लड़ने के लिए टिकट दिया है। ऐसे में मंडी में जोरों-शोरों से प्रचार-प्रसार शुरू है। इसी के चलते कंगना ने चंबा (chamba) के भरमौर का दौरा किया है, जहां उन्होंने चौरासी मंदिर (Chaurasi Temple) के दर्शन किए।

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बता दें कि यह मंदिर जितना विशाल है उतना ही रहस्यमयी भी है। कहा जाता है कि यह यमराज का एक मात्र मंदिर है। इसी वजह से लोग इसके अंदर जाने से कतराते हैं। लेकिन कंगना ने बहादुरी दिखाकर मंदिर के अंदर जाकर दर्शन किए। चलिए जानते हैं इसी मंदिर से जुड़ी कुछ रोचक बातों के बारे में।

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चौरासी मंदिर में क्यों कोई दर्शन करने के लिए नहीं जाता है?

यमराज का यह मंदिर ह‍िमाचल प्रदेश के चंबा जिले के भरमौर में स्थित है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, यह इकलौता मंदिर है जो महाराज यमराज का मंदिर है। यहां पर पौराणिक काल से मौजूद शिवलिंग भी है। मान्यता है कि ये शिवलिंग आदिकाल से मौजूद है। हालांकि ये मंदिर कब स्थापित हुआ, इसके बारे में ज्यादा जानकारी किसी को नहीं है।

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कहा जाता है कि मंदिर के अंदर एक कमरा भी है, जो चित्रगुप्त का है। बता दें कि चित्रगुप्त हमारे कर्मों का हिसाब रखते हैं। कहते हैं कि जब किसी व्यक्ति की मृत्यु होती है, तो यम के दूत मृत व्यक्ति की आत्मा को चित्रगुप्त के सामने ले जाते हैं, जहां व्यक्ति की आंखों के सामने उसके कर्मों का हिसाब होता है। फिर उसी कमरे के सामने एक और कमरा है, जिसे धर्मराज की कचहरी कहा जाता हैं। गांव वालों का मानना है कि वहां व्यक्ति की आत्मा को पेश किया जाता था। इसी मान्यता की वजह से लोग मंदिर में प्रवेश करने से कतराते हैं। आमतौर पर लोग बाहर से ही हाथ जोड़कर चले जाते हैं।

पिंड दान के लिए दूर-दूर से आते हैं लोग

वहां आसपास रहने वाले लोगों के मुताबिक, यदि किसी व्यक्ति की अप्राकृतिक मौत हो जाती है, तो उसके सगे-संबंधी यहां प‍िंड दान के लिए आते हैं। मंदिर के पास ही वैतरणी नदी भी बहती है, जहां गौ-दान किया जाता है।

कंगना ने पहनी चंबा गद्दी पोशाक

बता दें कि कंगना ने पहली बार विष्णु अवतार नरसिम्हा के मंदिर के दर्शन किए। वो यहां पर चंबा गद्दी (Chamba gaddi - Shepherd community) पोशाक में नजर आई।

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डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष मान्यताओं पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है।News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है। 

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