नहीं देखा होगा ऐसा अनोखा कॉन्टेस्ट ! Panda का नाम रखने के लिए खर्चे 76 लाख रुपये
Unique Panda Renaming Competition: पांडा खुशमिजाज और दिलचस्प जानवर है, जिन्हें खासतौर पर चीन में देखा जाता है। हाल ही में दो पांडा का नाम रखने के लिए सरकार ने 76 लाख रुपये का खर्चा किया और एक कॉन्टेस्ट रखा, लेकिन इसका कोई फायदा नहीं हुआ, क्योंकि इनको उसी पुराने नाम से ही बुलाया जा रहा है। आइए इसके बारे में जानते हैं।
लाखों का खर्चा कर रखी प्रतियोगिता
चीन ने इस साल की शुरुआत में हांगकांग के अधिकारियों को उपहार में दो विशाल पांडा दिए थे। इनका नाम बदलने के लिए एक प्रतियोगिता आयोजित की गई, जिस पर 76 लाख रुपये (90,028 डॉलर) खर्च किए गए। हालांकि इतनी बड़ी राशि खर्च करने के बावजूद इनका मूल नाम ही बरकरार रखा गया।
साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट की एक रिपोर्ट में बताया गया कि विशाल पांडा का नाम बदलने की प्रतियोगिता अक्टूबर में शुरू हुई थी, जहां जनता को सिचुआन से आए दो पांडा 'An An' और 'Ke Ke' के लिए नए नाम सुझाने के लिए इनवाइट किया गया था।
कहां लगा पैसा?
रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि ये पैसा इस एक्टिविटी के लिए एक वेबसाइट बनाने, कर्मचारियों की भर्ती करने, इंटरनेट और हांगकांग के मास ट्रांजिट रेलवे (MTR) स्टेशनों पर विज्ञापन पोस्ट करने के अलावा विजेताओं को पुरस्कार देने के लिए खर्च किया गया था। इस प्रतियोगिता के विजेता को 5.16 लाख रुपये के पुरस्कार दिए गए। इसमें 4 लाख रुपये की कीमत वाले एक टूरबिलन वॉच ओशन पार्क की मेंबरशिप और वाउचर शामिल थे।
पुरस्कार देने के बावजूद, जजों ने घोषणा की कि पांडा के मूल नाम ही कंटिन्यू रखे जाएंगे। पैसे की बर्बादी के बारे में पूछे जाने पर संस्कृति, खेल और पर्यटन सचिव रोसन्ना लॉ शुक-पुई ने कहा कि अधिकारियों को यह नहीं पता था कि जनता मूल नाम रखना पसंद करेगी। नर 'An An' और मादा 'Ke Ke' की उम्र 5 साल है, इन्हें सितंबर में बहुत धूमधाम से देश में लाया गया था।
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