ऋषिकेश से 'उड़कर' महज 30 मिनट में पहुंची बीपी-शुगर की दवा, पहाड़ों में मुश्किल हुई आसान
(अमित रतूड़ी, ऋषिकेश)
Drone Medical Service : अब आप घर बैठे कुछ भी मंगा सकते हैं। ये सुविधा सिर्फ मैदानी इलाकों में ही नहीं, बल्कि पहाड़ों में मिलने लगी है। अगर आप कहीं दूरदराज पहाड़ी इलाकों में रहते हैं और वहां आने-जाने के लिए कोई रास्ता नहीं है तो भी आप तक आसानी से चीजें पहुंच सकती हैं। ऋषिकेश एम्स ने दूरदराज के गांवों में मरीजों तक दवा पहुंचाने की पहल शुरू की है। आइए जानते हैं कि क्या है नई कवायद?
उत्तराखंड के टिहरी जिले के दूरदराज पहाड़ों में स्थित गांवों तक दवाइयां पहुंचाई जा रही हैं। ऋषिकेश एम्स ने बीपी और शुगर की दवाइयों को पहुंचाने के लिए ड्रोन मेडिकल सेवा शुरू की है। इसके तहत ड्रोन के जरिए दवाइयों की डिलीवरी की जा रही है। संस्थान का यह कदम हृदय रोगों के खिलाफ लड़ाई में व्यक्तियों और समुदायों को सशक्त बनाने की अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि करता है।
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5600 फीट ऊंचाई पर पहुंची दवा
ड्रोन मेडिकल सेवा के माध्यम से एम्स के हेलीपैड से 10 किलोग्राम का पेलोड टिहरी के चंबा ब्लॉक में भेजा गया, जिसमें बीपी और शुगर की दवाइयां शामिल थीं। इसमें सिर्फ 30 मिनट का समय लगा। 33 किलोमीटर की हवाई दूरी और 5,600 फीट से अधिक की ऊंचाई पर यह चंबा ब्लॉक स्थित है, जहां तक पहुंचने के लिए सड़क मार्ग नहीं है।
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ड्रोन मेडिकल सेवा की पहल
ड्रोन संचालन टीम ने चंबा ब्लॉक स्थिति स्कूल के प्रांगण में मौजूद स्वास्थ्य विभाग के स्टाफ को दवाओं की डिलीवरी उपलब्ध करवाई। इसे लेकर एम्स कार्यकारी निदेशक प्रो. मीनू सिंह का कहना है कि एम्स का यह प्रयास है कि अत्याधुनिक मेडिकल तकनीक के माध्यम से राज्य के दूरदराज के इलाकों तक ड्रोन सेवा की ओर से जरूरतमंदों को दवा उपलब्ध करवाई जाए।