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'जज पर दबाव बनाने की कोशिश...', गाजियाबाद में क्यों भड़के वकील? चौंकाने वाली बातें आई सामने

Ghaziabad Dispute Update: उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में वकीलों के बवाल के पीछे चौंकाने वाली बातें सामने आई हैं। पूरा विवाद एक मामले की सुनवाई के दौरान शुरू हुआ। वहीं, पुलिस ने मामले में हस्तक्षेप किया। वकीलों ने एक पुलिस चौकी में भी आग लगा दी। पूरे मामले के बारे में विस्तार से जानते हैं।
04:22 PM Oct 29, 2024 IST | Parmod chaudhary
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Uttar Pradesh News : उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में भड़के वकीलों ने एक पुलिस चौकी में आग लगा दी। वकीलों के बवाल के पीछे चौंकाने वाली बातें सामने आई हैं। बताया जा रहा है कि एडवोकेट नाहर सिंह यादव (पूर्व अध्यक्ष बार एसोसिएशन और सपा नेता) ने अपने साथी वकीलों के साथ जज पर जमानत याचिका की सुनवाई के दौरान दबाव बनाने की कोशिश की। एडवोकेट अभिषेक यादव, एडवोकेट औरंगजेब खान, एडवोकेट बिलाल अहमद भी इस दौरान मौजूद थे। आरोप है कि जज के साथ मारपीट की कोशिश भी की गई। जिसके बाद पुलिस ने मामले में हस्तक्षेप किया और हल्का बल प्रयोग कर वकीलों को तितर-बितर कर दिया।

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इसके बाद कुछ वकीलों ने एक पुलिस चौकी को आग के हवाले कर दिया। गाजियाबाद जिला अदालत में मंगलवार को करीब 12 बजे एक मामले की सुनवाई जज अनिल कुमार की कोर्ट में चल रही थी। लेकिन जज के फैसले के बाद वकील नाराज हो गए। जिसके बाद दोनों पक्षों में नोकझोंक शुरू हो गई। स्थिति बिगड़ती देख जज ने पुलिस बुला ली। इसके बाद मामला शांत होने के बजाय अधिक बिगड़ गया। जिसके बाद विवाद पुलिस और वकीलों के बीच केंद्रित हो गया। पुलिस ने इसके बाद लाठीचार्ज कर दिया। जिसमें वरिष्ठ अधिवक्ता नाहर सिंह के घायल होने की बात सामने आई है। वकीलों ने भी जज के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए हैं।

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जज के बायकॉट का फैसला

बवाल के बाद सभागार में वकीलों की मीटिंग हुई। जिसमें जज के बायकॉट का फैसला लिया गया। वकील नाहर सिंह ने कहा कि धोखाधड़ी के आरोपियों को बिना कुछ सुने ही अनिल कुमार बेल देने पर तुले हुए हैं। जब उन लोगों ने विरोध किया तो पुलिस बुलाकर लाठीचार्ज करवा दिया। डासना में एलएमसी की जमीन घेरकर सौदा करने के मामले में सुनवाई चल रही थी। शिकायतकर्ता से 80 लाख रुपये लेकर ये सौदा हुआ था। मंगलवार को कोर्ट में आरोपियों की अग्रिम जमानत पर सुनवाई होनी थी। इसी दौरान आपस में बहस हो गई।

मामले में गाजियाबाद कोर्ट परिसर में वकील नाहर सिंह समेत 50-60 अज्ञात वकीलों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। यह मामला कोर्ट रूम में बहस के दौरान कुर्सियां फेंकने और हंगामा मचाने का है। जिला जज के कोर्ट रूम में इस विवाद के बाद पुलिस ने स्थिति संभालने के लिए लाठीचार्ज किया था।

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