दो लोगों के पीछे क्यों पड़ी ये महिला? 3 साल पहले बड़े कांड में फंसाया; अब रची अनोखी साजिश
Uttar Pradesh Crime News: उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में एक महिला ने अपने सात साल के बेटे के किडनैप होने की शिकायत पुलिस को दी थी। पुलिस के पूछने पर महिला ने दो लोगों पर शक जताया था। 12 जुलाई को मामला सामने आने के बाद पुलिस आरोपी आशु शर्मा और लोकेश चौहान से पूछताछ कर रही थी। लेकिन पूछताछ में दोनों लोगों से कोई सुराग नहीं मिला। न ही दोनों की कॉल डिटेल से पुलिस को कुछ हासिल हुआ। महिला को शिकायत दिए 24 घंटे हो चुके थे। पुलिस माथापच्ची कर ही रही थी कि अचानक एक महिला और बच्चा थाने पहुंच गए। पुलिस अधिकारियों को पता लगा कि ये वही बच्चा है, जिसकी तलाश वे कर रहे हैं। बच्चे के साथ आई महिला उसकी मौसी है। इसके बाद पुलिस को असली कहानी का पता लगता है। महिला ने साजिश के तहत दोनों लोगों को फंसाने के लिए यह कहानी रची थी। इस साजिश में महिला का प्रेमी नीरज भी शामिल मिला।
जिसके बाद महिला और उसके प्रेमी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। महिला का प्रेमी ही बच्चे को उसकी मौसी के पास छोड़कर आया था। महिला की अपने पति से अनबन रहती है। जिसके कारण वह अपने प्रेमी संग रह रही थी। बात यहीं खत्म नहीं होती। फिर पुलिस को 3 साल पहले का एक राज पता लगता है। यानी महिला आशु और लोकेश को 3 साल पहले भी झूठे मामले में फंसा चुकी है। विजय नगर इलाके की इस महिला ने 2021 में आशु शर्मा और लोकेश चौहान पर रेप का केस दर्ज करवाया था। उस मामले में दोनों आरोपियों की बेल हो चुकी है।
इसके बाद महिला ने इसी साल मार्च में दोनों के खिलाफ मारपीट का केस दर्ज करवाया। पुलिस की जांच में ये केस फर्जी निकला। महिला ने फिर भी दोनों युवकों का पीछा नहीं छोड़ा। उसने बुलंदशहर के सिकंदराबाद निवासी नीरज से मिलकर दोनों को फिर जेल में पहुंचाने की कोशिश की। साजिश के तहत दोनों ने प्लान बनाया था कि बच्चे को नीरज अपने पास 4-5 दिन रखेगा। इसके बाद जब गर्लफ्रेंड कहेगी, तब कोल्ड ड्रिंक में नशीली दवा पिलाकर बच्चे को विजय नगर थाने के पास छोड़ जाएगा। बच्चे को भी आशु और लोकेश के नाम रटवाने की कोशिश दोनों ने की थी।
बच्चे को रटवाया दोनों लोगों का नाम
पुलिस के अनुसार बच्चा झूठ बोलकर दोनों को फंसाए, इसके लिए बाकायदा उसे नाम रटवाया गया था। लेकिन महिला के प्रेमी की एक चूक ने उसके अरमानों पर पानी फेर दिया। प्रेमी को डर हो गया था कि पुलिस किडनैपिंग के मामले में उसे भी अरेस्ट कर सकती है। वह बच्चे को अपने साथ नहीं लेकर गया। बल्कि हापुड़ में बच्चे की मौसी के पास छोड़ आया। मौसी से कहा था कि एक दिन बाद बच्चे को अपने साथ ले जाएगा। जब वह नहीं आया तो मौसी को शक हुआ। वह सीधा विजय नगर थाने बच्चे को लेकर पहुंच गई। इसके बाद पुलिस को पूरी कहानी के बारे में पता लग गया। बताया जा रहा है कि आशू महिला का पूर्व प्रेमी है।
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