UP की वो 5 सीटें...जो देर रात तक दे सकती हैं बीजेपी को बड़ा झटका, बेहद कम है मार्जिन
Uttar Pradesh Lok Sabha Election Result 2024: लोकसभा चुनाव 2024 के परिणाम हैरान कर रहे हैं। जिस एनडीए ने इस बार 400 पार का लक्ष्य रखा था, वह 300 के नीचे सिमटती नजर आ रही है। रुझानों के अनुसार बीजेपी को सबसे बड़ा नुकसान उत्तर प्रदेश में होता नजर आ रहा है। यूपी में लोकसभा की 80 सीटें हैं।
यहां बीजेपी समाजवादी पार्टी के बीच कांटे की टक्कर चल रही है। अभी तक आए रुझानों के अनुसार, बीजेपी जहां 36 सीटों पर आगे है तो वहीं समाजवादी पार्टी 34 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है। वहीं कांग्रेस 6 सीटों पर आगे है। बीजेपी और समाजवादी पार्टी के बीच चल रही इस कांटे की टक्कर में बीजेपी को अभी और बड़ा झटका लग सकता है। दरअसल, बीजेपी की 36 में से 5 सीटें ऐसी हैं, जिन पर बेहद कम मार्जिन है। ये सीटें बीजेपी के हाथ से कभी भी खिसक सकती हैं।
अमरोहा
सबसे पहले बात करते हैं अमरोहा की...यहां बीजेपी के कंवर सिंह तंवर आगे चल रहे हैं, लेकिन मार्जिन बेहद कम है। तंवर कांग्रेस के दानिश अली से 4700 वोटों से आगे हैं। बसपा के मुजाहिद हुसैन 2 लाख से ज्यादा वोटों से पीछे हैं। यहां बाजी कभी भी पलट सकती है।
बदायूं
इसी तरह बदायूं सीट की बात की जाए तो बीजेपी के दुर्विजय सिंह आगे चल रहे हैं। समाजवादी पार्टी के आदित्य यादव दूसरे स्थान पर चल रहे हैं। दोनों के बीच मार्जिन महज 2500 वोटों का है। बसपा प्रत्याशी मुस्लिम खान काफी पीछे हैं। वे करीब 2 लाख वोटों से पिछड़ गए हैं। रात तक यहां भी तस्वीर बदल सकती है।
बांसगांव
बांसगांव सीट पर भी कुछ ऐसा ही हाल देखने को मिल रहा है। बांसगांव से बीजेपी के कमलेश पासवान करीब 6 हजार वोटों से आगे हैं। कांग्रेस के सदल प्रसाद दूसरे स्थान पर चल रहे हैं। बसपा प्रत्याशी रामामसुझ करीब 3 लाख वोटों से पीछे हैं।
सलेमपुर
सलेमपुर सीट की बात की जाए तो यहां बीजेपी के रविंदर कुशवाहा आगे चल रहे हैं। दूसरे स्थान पर समाजवादी पार्टी के रामशंकर राजभर हैं। दोनों के बीच करीब 3300 वोटों का अंतर है। बसपा प्रत्याशी भीम राजभर 2 लाख से ज्यादा वोटों से पीछे चल रहे हैं।
ये भी पढ़ें: कैराना लोकसभा सीट पर सपा की इकरा हसन ने चौंकाया! BJP प्रत्याशी पिछड़े
फर्रुखाबाद
फर्रुखाबाद सीट की बात की जाए तो यहां बीजेपी के मुकेश राजपूत आगे हैं। वह समाजवादी पार्टी के नवल किशोर शाक्य से आगे हैं। दोनों के बीच करीब 5500 सीटों का ही अंतर है। कहा जा सकता है कि यूपी में बीजेपी को अभी और झटके लग सकते हैं।