दीये ने घर को लाक्षागृह बनाया, कारोबारी का बेटा जिंदा जला, पिता को बचाने के बाद दोबारा गया था अंदर
Carpet Businessman Son Burnt Alive: एक दीये ने पूरे घर को लाक्षागृह बना दिया। घर धू-धू कर ऐसे जला कि सब कुछ राख हो गया। पूरा परिवार आग की लपटों से बचकर सकुशल बाहर आ गया था, लेकिन अचानक पता नहीं क्या हुआ कि बेटा दोबारा आग की लपटों से घिरे घर के अंदर घुस गया और उसके बाद लाश बनकर बाहर आया। आग में झुलसने और दम घुटने से उसकी दर्दनाक मौत हो गई।
भीषण अग्निकांड उत्तर प्रदेश के आगरा जिले के सदर के शहीद नगर स्थित कावेरी विहार में गुरुवार रात हुआ। मंदिर में पूजा करने के बाद रखे दीये से घर में आग लग गई। सिलेडर ब्लास्ट होने से पूरे घर को आग ने अपनी चपेट में ले लिया। मृतक की पहचान कारपेट कारोबारी केजी वशिष्ठ के 35 वर्षीय बेटे भारत वशिष्ठ के रूप में हुई। ACP पीयूष कांत ने हादसे की पुष्टि की और शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया।
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— Khushbu Goyal (@kgoyal466) June 21, 2024
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एक बार भारत पिता के साथ आ गया था बाहर
आगरा सदर के ACP पीयूष ने बताया कि कारपेट कारोबारी केजी वशिष्ठ और उनका 35 साल का बेटा भारत वशिष्ठ घर पर अकेले थे। मंदिर में पूजा के बाद दीया रखा गया था, जिसे पहले मंदिर को अपनी चपेट में लिया और फिर पूरे घर को चपेट में लिया। धुंआ उठने से मंदिर में आग लगने का पता चला। इससे पहले कि वे कुछ कर पाते, आग पूरे घर में फैल गई, जिसे देखकर भारत और उसके पिता घबरा गए।
आग लगने से किचन में रखा सिलेंडर ब्लास्ट हो गया और पूरा घर धू-धू कर जलने लगा। सिलेंडर फटने से हुए जोरदार धमाके से पूरी कॉलोनी के लोगों में दहशत फैल गई। लोगों ने मौके पर आकर आग बुझाने का प्रयास किया। फायर ब्रिगेड को सूचना दी गई तो मौके पर कई दमकल वाहन पहुंचे। दमकल कर्मियों ने आग बुझाने के प्रयास किए। इस बीच भारत अपने पिता को आग से बचाकर बाहर ले गया।
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कोई जरूरी सामान अंदर रह गया था भारत का
ACP पीयूष कांत ने बताया कि एक बार सकुशल बाहर आने के बाद पता नहीं क्या हुआ? अचानक भारत दोबारा से घर के अंदर चल गया। उसने पिता से कहा कि कुछ जरूरी सामान अंदर रह गया है। पिता ने उसे रोकने की खूब कोशिश की, लेकिन वह नहीं माना। इसके बाद उसकी लाश बाहर आई, क्योंकि आग की तपन से किचन में रखा सिलेंडर ब्लास्ट हो गया था और आग धधकने लगी थी। दमकल कर्मियों ने उसे अधजली और बेहोशी की हालत में बाहर निकाला। भारत को तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया, लेकिन उसकी जान नहीं बचाई जा सकी। पुलिस ने उसके शव को कब्जे में लेकर अग्निकांड का केस दर्ज कर लिया।
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