होमखेलवीडियोधर्म
मनोरंजन.. | मनोरंजन
टेकदेश
प्रदेश | पंजाबहिमाचलहरियाणाराजस्थानमुंबईमध्य प्रदेशबिहारउत्तर प्रदेश / उत्तराखंडगुजरातछत्तीसगढ़दिल्लीझारखंड
धर्म/ज्योतिषऑटोट्रेंडिंगदुनियावेब स्टोरीजबिजनेसहेल्थएक्सप्लेनरफैक्ट चेक ओपिनियननॉलेजनौकरीभारत एक सोचलाइफस्टाइलशिक्षासाइंस
Advertisement

भेड़िये का खौफ कम नहीं हुआ, अब यूपी के इस गांव में आफत बना आदमखोर टाइगर; घरों में दुबके लोग

Terror of Tiger: बहराइच में भेड़ियों ने आतंक मचाया था। जिसके कारण 8 बच्चों समेत 9 लोगों की मौत हुई थी। लेकिन अब यूपी का एक और गांव दहशत के साये में है। इस गांव में टाइगर के कारण लोग डरे हुए हैं। पिछले एक महीने में ये टाइगर 3 लोगों को अपना शिकार बना चुका है।
06:14 PM Sep 01, 2024 IST | Parmod chaudhary
Advertisement

Lakhimpur Kheri Terror of Tiger: (जय कुमार गुप्ता, लखीमपुर खीरी) यूपी में भेड़ियों के बाद अब बाघ दहशत मचाने लगे हैं। लखीमपुर खीरी की वन रेंज मोहम्मदी के गांव इमलिया में टाइगर की दहशत देखने को मिल रही है। चार दिन पहले टाइगर ने एक अधेड़ शख्स को मार डाला था। वन विभाग के अधिकारियों ने 5 किलोमीटर के क्षेत्र में 24 कैमरे, चार पिंजरे बाघ को पकड़ने के लिए लगाए हैं। बाघ की दहशत से एक दर्जन गांवों के ग्रामीण खौफ में हैं। दिन ढलते ही लोग अपने घरों में दुबक जाते हैं।

Advertisement

पूरे इलाके में दहशत

पूरे इलाके में दहशत का माहौल है। ग्रामीण अपने बच्चों को स्कूल तक नहीं जाने दे रहे। वन विभाग की तरफ से लगाए गए नाइट विजन कैमरे में टाइगर की तस्वीरें कैद हुई हैं, जो रोड पर जाता दिख रहा है। वन विभाग के कई अधिकारी बाघ की तलाश में जुटे हैं। डीएफओ शाहजहांपुर, डीएफओ लखनऊ व डीएफओ साउथ खीरी मौके पर डटे हैं। लेकिन अभी तक बाघ पकड़ा नहीं जा सका है।

यह भी पढ़ें:कहानी नेपाल की बाघिन की, खौफ से खाली हो गया था पूरा का पूरा गांव, 436 लोगों को बनाया शिकार

Advertisement

यूपी के दो जिलों में वन्यजीवों ने लोगों की नाक में दम कर रखा है। बहराइच जिले में भेड़ियों की दहशत दिखी है, वहीं, लखीमपुर खीरी में बाघ का खौफ। पिछले एक महीने में ये आदमखोर 3 लोगों की जान ले चुका है। लोग खेतों से आते समय मशाल जलाकर लौट रहे हैं। लोग अकेले चलने के बजाय ग्रुप में निकल रहे हैं। रात के समय ठीकरी पहरा दिया जा रहा है। 27 अगस्त को अमरेश कुमार नाम के युवक को बाघ ने मौत के घाट उतार दिया था। जिसके बाद गुस्साए ग्रामीणों ने शव सड़क पर रखकर वन कर्मियों का घेराव किया था। लोगों का कहना है कि वन विभाग जहां पिंजरा लगा रहा है, वहां से बाघ दूसरी जगह खिसक जाता है। इस तरह बाघ पकड़ में आने वाला नहीं है।

खेतों में मिल रहे आदमखोर के निशान

अधिकारियों को बाघ की कैमरों में कई तस्वीरें मिली हैं। बाघ के निशान गन्ने के खेतों में मिले हैं। जिससे लग रहा है कि वह आसपास के इलाके में ही कहीं छिपा हुआ है। बांकेगंज इलाके के गोला रेंज फॉरेस्ट में भी बाघ दहशत मचा चुका है। बाघ ने 3 अगस्त को जंगल में दादी के साथ गई बच्ची को मार डाला था। बच्ची का शव कई दूर गन्ने के खेत से मिला था। जुलाई में भी एक शख्स का शव मिला था। खीरी थाने में लोगों ने आरोप लगाया था कि तेंदुए के हमले में मौत हुई है।

यह भी पढ़ें:कहां छुपे हैं भेड़िये? सर्च ऑपरेशन में जुटे 200 जवान, 55 टीमें, बहराइच में 7 साल के बच्चे पर किया हमला

Open in App
Advertisement
Tags :
Tiger Attack
Advertisement
Advertisement