Mahaul Kya Hai : UP में कौन जीतेगा उपचुनाव की 10 सीटें, कैसा है जनता का रुख? देखिए Video
उत्तर प्रदेश की 10 विधानसभा सीटों पर जल्द ही उपचुनाव होने हैं। इसे लेकर राज्य के नेता और दल तैयारियों में लगे हैं। भाजपा की बात करें तो इस समय पार्टी अंदरूनी कलह का सामना कर रही है। हालांकि, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 30 मंत्रियों की एक टीम इस उपचुनाव के लिए काम पर लगा दी है। भाजपा और कांग्रेस दोनों की अपने-अपने गठबंधन (एनडीए और इंडिया) के साथ चुनावी मैदान में उतरने वाली हैं। मगर, लोकसभा चुनाव की तरह ही उपचुनाव में भी मायावती ने अकेले ही चुनाव लड़ने का फैसला किया है।
ये उपचुनाव प्रदेश की गाजियाबाद, मैनपुरी के करहल, अयोध्या के मिल्कीपुर, कानपुर के सीसामऊ, मिर्जापुर के मझवा, अलीगढ़ के खैर, मुजफ्फरनगर के मीरापुर, अंबेडकर नगर के कटेहरी, मुरादाबाद के कुंदरकी, फूलपुर विधानसभा क्षेत्रों में होने हैं। इनमें से सीसामऊ सीट अकेली ऐसी है जहां उपचुनाव इसलिए हो रहे हैं क्योंकि यहां के विधायक अयोग्य घोषित किए गए हैं। यहां सपा के इरफान सोलंकी विधायक थे जिन्हें सजा सुनाए जाने के बाद यह सीट खाली हो गई थी। ज्यादातर सीटें विधायकों के सांसद बनने से खाली हुई हैं।
इस उपचुनाव में भाजपा के सामने चुनौती लोकसभा चुनाव में राज्य में अपने परिणाम से आगे बढ़ने की होगी। इन 10 सीटों की बात करें तो साल 2022 में हुए विधानसभा चुनाव में इनमें से पांच सीटों पर सपा ने जीत हासिल की थी। वहीं, तीन पर भाजपा को जीत मिली थी और एक-एक सीट निषाद पार्टी और रालोद के खाते में गई थी। जानकारों के अनुसार इस उपचुनाव में मुख्य लड़ाई सपा और भाजपा के बीच ही रहने वाली है। भाजपा के लिए सबसे बड़ा संकट उसकी अंदरूनी लड़ाई है, जिससे निपटना उसके लिए बहुत जरूरी है।