whatsapp
For the best experience, open
https://mhindi.news24online.com
on your mobile browser.
Advertisement

अगर आप भी जाते हैं पार्लर तो हो जाएं सावधान, इस वजह से बच्चे की काटनी पड़ी अंगुली

Nail Fungal Infection : पार्लर जाने वाले लोग सावधान हो जाएं। पार्लर वाले तरह तरह के दावे करते हैं, लेकिन आप किसी भी फंगल इंफेक्शन का इलाज पार्लर में न कराएं, बल्कि डॉक्टरों से उचित सलाह लें। एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसमें पार्लर वाले की लापरवाही की वजह से बच्चे की अंगुली काटनी पड़ी।
04:21 PM Oct 10, 2024 IST | Deepak Pandey
अगर आप भी जाते हैं पार्लर तो हो जाएं सावधान  इस वजह से बच्चे की काटनी पड़ी अंगुली
File Photo

Nail Fungal Infection : अगर आप पार्लर जाते हैं तो सावधान हो जाएं। चार साल के एक बच्चे की अंगुली काटनी पड़ी। पिता नेल फंगल इंफेक्शन के इलाज के लिए बेटे को फुट मसाज पार्लर ले गए। पार्लर वाले ने नाखून में एक क्रीम लगाई, जिससे अंगुली काली पड़ गई। इसके बाद जब घरवाले उसे लेकर डॉक्टर के पास ले गए तो बच्चे की अंगुली काटनी पड़ गई। आइए जानते हैं कि क्या है पूरा मामला?

Advertisement

चीन में लिन नामक एक बच्चे को उसके बाएं हाथ के नाखून में पिछले साल जुलाई में फंगल इंफेक्शन हो गया था, जिसे लेकर घरवाले काफी परेशान थे। पिता ने इसका इलाज कराने का फैसला किया और बेटे को चीन के चोंगकिंग में स्थित एक फुट मसाज पार्लर ले गए। पार्लर वाले ने दावा किया कि उसके पास नेल रिमूवर क्रीम है, जिससे फंगल इंफेक्शन ठीक हो जाएगा।

यह भी पढ़ें : ‘खतरनाक’ समुद्री तूफान तबाही लाया; Milton फ्लोरिडा के तट से टकराया, जानें कैसे हैं हालात?

Advertisement

क्रीम लगाने से काली पड़ गई थी अंगुली

Advertisement

पार्लर वाले ने बच्चे के संक्रमित नाखून पर क्रीम लगाई और उसे इलास्टिक बैंडेज से बांध दिया। उन्होंने इस इलाज के लिए 86 अमेरिकी डॉलर (7,221.34 रुपये) का चार्ज किया। दो दिन बाद पिता ने बैंडेज खोलकर देखा तो उसके बेटे की अंगुली काली पड़ गई है। वह उसे अस्पताल ले गया, जहां डॉक्टरों ने कहा कि संक्रमण से बचने के लिए लिन की अंगुली को काटना पड़ेगा।

यह भी पढ़ें : एक ‘खोपड़ी’ से इस राज्य में मचा बवाल, विदेश मंत्रालय तक पहुंची बात, 7500 किलोमीटर दूर हुआ एक्शन

कंज्यूमर काउंसिल ने ठोंका 19 लाख का हर्जाना

बेटे की अंगुली कटने के बाद पिता ने पार्लर वाले से 29,000 अमेरिकी डॉलर (24,35,160 रुपये) से अधिक मुआवजे की मांग की, जिसे पार्लर मालिक ने देने से मना कर दिया। इस पर पिता ने फरवरी में स्थानीय जिला उपभोक्ता परिषद को केस किया। परिषद ने पाया कि नेल रिमूमिंग क्रीम फंगल इंफेक्शन की दवा नहीं है। कंज्यूमर काउंसिल ने बच्चे की विकलांगता के लिए पार्लर वाले को जिम्मेदार ठहराते हुए 23,000 अमेरिकी डॉलर (19,31,357 रुपये) का जुर्माना ठोंका।

Open in App Tags :
Advertisement
tlbr_img1 दुनिया tlbr_img2 ट्रेंडिंग tlbr_img3 मनोरंजन tlbr_img4 वीडियो