ईरान को नए राष्ट्रपति मिले, इब्राहिम रईसी की हेलिकॉप्टर क्रैश में मौत से खाली हुई थी कुर्सी
Iran President Helicopter Crash Update: ईरान के प्रेसिडेंट इब्राहिम रईसी की हेलीकाॅप्टर हादसे में मौत हो गई। पीएम नरेंद्र मोदी ने भी उनके निधन पर दुख जताया है। उनके हेलीकाॅप्टर के क्रैश होने के बाद से ही करीब 40 से अधिक टीमें सर्च ऑपरेशन चला रही थी। ईरानी राष्ट्रपति का हेलीकाॅप्टर अजरबैजान की सीमा से बाहर निकलते ही क्रैश हो गया था। उनके निधन के बाद ईरान के सर्वोच्च नेता इमाम अली खामेनेई ने 5 दिनों के सार्वजनिक शोक की घोषणा की है। इसके साथ ही उन्होंने वाईस प्रेसिडेंट मोहम्मद मोखबर को अस्थायी प्रेसिडेंट नियुक्त किया है। वह अगले 50 दिनों तक ईरान के प्रेसिडेंट बने रहेंगे। इस दौरान प्रेसिडेंट के चुनाव भी कराए जाएंगे। खामेनेई ने प्रेसिडेंट के साथ ही नया विदेश मंत्री भी नियुक्त किया है। ईरान ने अली बघेरी कानी को नया विदेश मंत्री नियुक्त किया है।
वहीं रईसी और अन्य अधिकारियों के हेलीकाॅप्टर हादसे में हताहत होने के बाद नई दिल्ली स्थित ईरान दूतावास ने अपना झंडा आधा झुका दिया है। ईरानी रेड क्रिसेंट ने कहा कि प्रेसिडेंट रईसी समेत सभी लोगों के शव बरामद कर लिए गए हैं और सर्च ऑपरेशन खत्म हो गया है।
दुनियाभर के नेताओं ने जताया दुख
रईसी और विदेश मंत्री समेत 9 लोगों की मौत के बाद दुनियाभर केे नेताओं ने अपनी संवेदनाएं प्रकट की हैं। गाजा पटी में शासन करने वाले हमास और लेबनान के आतंकी संगठन हिजबुल्लाह ने भी उनके निधन पर शोक जताया है। वहीं पाकिस्तान के पीएम शाहबाज शरीफ ने भी ने शोक जताया। उन्होंने कहा कि हेलीकाॅप्टर क्रैश लैंडिंग की घटना पर हम लोग करीब से नजर रख रहे थे। अच्छी खबर की उम्मीद थी लेकिन ऐसा नहीं हो सका। पाकिस्तान ने कहा कि महान ईरान अपने पांरपरिक साहस के साथ इस त्रासदी से बाहर निकलेगा।
Deeply saddened and shocked by the tragic demise of Dr. Seyed Ebrahim Raisi, President of the Islamic Republic of Iran. His contribution to strengthening India-Iran bilateral relationship will always be remembered. My heartfelt condolences to his family and the people of Iran.…
— Narendra Modi (@narendramodi) May 20, 2024
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रईसी के निधन पर दुख जताया। उन्होंने एक्स पर पोस्ट कर लिखा कि ईरान के प्रेसिडेंट के निधन पर गहरा सदमा लगा। भारत-ईरान द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने में उनके योगदान को हमेशा याद किया जाएगा।
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