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NASA Moon Mission: चंद्रमा तक बिछेगी गैस पाइपलाइन! जानें क्या है वैज्ञानिकों का प्लान?

NASA New Moon Mission: अमेरिका की स्पेस एजेंसी एक और मून मिशन पर काम कर रही है। इस मिशन के तहत चंद्रमा तक गैस पाइपलाइन बिछाई जाएगी। नासा के वैज्ञानिकों ने मिशन का प्रोजेक्ट तैयार कर लिया है, जो काफी महंगा साबित हो सकता है। आइए इसके बारे में जानते हैं...
12:58 PM Nov 16, 2024 IST | Khushbu Goyal
नासा चंद्रमा पर बस्ती बसाने का सपना पूरा करने के लिए प्रयासरत है।
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NASA New Moon Mission: अमेरिका की स्पेस एजेंसी नासा एक और मून मिशन शुरू करेगी। नासा चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर ऑक्सीजन गैस पाइपलाइन बिछाने की योजना पर काम कर रहा है। नासा ने अपने इस नए प्रोजेक्ट को आर्टेमिस नाम दिया है। इस प्रोजेक्ट का मकसद चंद्रमा पर स्थायी मानव बस्ती बसाना और चंद्रमा पर मौजूद सभी संसाधनों का उपयोग सुनिश्चित करना है, लेकिन इस प्रोजेक्ट की सफलता चंद्रमा तक संसाधन पहुंचाने की क्षमता पर निर्भर करेगा।

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नासा आर्टेमिस प्रोजेक्ट के तहत ही लूनर साउथ पोल ऑक्सीजन पाइपलाइन (L-SPOP) बिछाएगा, जिसका उद्देश्य आर्टेमिस प्रोजेक्ट के लिए चंद्रमा की सतह में क्रांतिकारी बदलाव लाना है। नासा ने चांद की रेगोलिथ से ऑक्सीजन और चांद की बर्फ से पानी निकालने की तकनीक विकसित करने में इन्वेस्टमेंट कर दिया है और अब नासा गैस पाइपलाइन प्रोजेक्ट में निवेश करेगा।

 

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ऑक्सीजन को कंटेनरों में चांद तक पहुंचाया जाएगा

साल 2026 तक नासा आर्टेमिस प्रोजेक्ट के तहत गैस पाइपलाइन मिशन को पूरा करने का लक्ष्य तय सकता है। वर्तमान में नासा ऑक्सीजन को बोतलबंद करने और तरल रूप में स्टॉक कर रहा है। इन कंटेनरों को चंद्रमा की सतह पर ले जाया जाएगा। हालांकि ऐसा करना काफी महंगा साबित होगा, लेकिन अगर नासा ऐसा करने में कामयाब हो गया तो चंद्रमा पर इंसानों की बस्ती बसाने का सपना पूरा करने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा।

नासा ने 5 किलोमीटर लंबी पाइपलाइन बिछाने की कल्पना की है। L-SPOP के तहत नासा चंद्रमा की रेगोलिथ से पैदा हुई धातुओं का उपयोग करके रोबोट बनाएगा। लगभग 2 किलोग्राम प्रति घंटा ऑक्सीजन प्रवाहित की जाएगी। इससे चंद्रमा पर रहने के लिए आवश्यक न्यूनतम बिजली की आपूर्ति भी होगी। इससे 10 साल से ज्यादा समय तक इंसान चंद्रमा पर पर निवास कर सकेंगे, बिना किसी दिक्कत के।

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