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पत्रकार को 16 साल जेल, जासूसी करने का है आरोप, खुफिया तरीके से हुआ 'ट्रायल'

Russia vs America: रूस ने अमेरिका के एक पत्रकार को जासूसी करने के आरोप में 16 साल कारावास की सजा सुनाई गई है। हालांकि, दावा किया जा रहा है कि रूसी अधिकारी अदालत में यह साबित नहीं कर पाए, इसके बाद भी पत्रकार को जेल भेज दिया गया।
09:07 PM Jul 19, 2024 IST | Gaurav Pandey
Evan Gershkovich (x.com/jaketapper)
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Russia News: यूक्रेन के खिलाफ आक्रामक रुख अपनाए हुए रूस अपने किसी भी विरोधी के नहीं बख्श रहा है। इसी क्रम में रूस की एक अदालत ने शुक्रवार को एक अमेरिकी पत्रकार को 16 साल जेल की सजा सुनाई है। इस पत्रकार पर जासूसी करने का आरोप लगाया गया है और उसे सजा एक खुफिया तरीके से हुए ट्रायल में सुनाई गई। इस पत्रकार का नाम इवान गेर्शकोविच है और ट्रायल के दौरान उसने अपने बेगुनाह होने की बात कही, लेकिन उसकी बात पर कोई ध्यान नहीं दिया गया।

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इवान गेर्शकोविच अमेरिका के मीडिया संस्थान द वॉलस्ट्रीट जर्नल में पत्रकार हैं। उन पर अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआईए के लिए खुफिया जानकारियां जुटाने का आरोप लगाया गया था। इवान के 29 मार्च 2023 को गिरफ्तार किया गया था। हालांकि, रूसी अधिकारी ऐसा कोई सबूत पेश नहीं कर पाए जो यह सिद्ध करते हों कि उन्होंने जासूसी की है। लेकिन, फिर भी उन्हें 16 साल जेल की सजा सुना दी गई। रिपोर्ट्स के अनुसार प्रॉसीक्यूटर्स ने उन्हें 18 साल के कारावास की सजा देने की मांग की थी।

सजा सुनाए जाने पर हंस पड़े इवान

रिपोर्ट्स के अनुसार जब उन्हें सजा सुनाई गई तब इवान को कैमरे की ओर देखकर मुस्कुराते हुए देखा गया। इस दौरान वह कांच के बने एक बॉक्स में थे। इससे पहले इवान को बीते जून में अदालत में देखा गया था जब इस खुफिया और नाम भर के ट्रायल की शुरुआत हुई थी। वह लेफोर्टोव जेल में बंद हैं और सलाखों के पीछे 478 दिन बिता चुके हैं। इवान के परिवार, उनके संपादकों और व्हाइट हाउस ने भी रूस के इस कदम की कठोर शब्दों में आलोचना की है। उनकी तुरंत रिहाई की मांग भी उठ रही है।

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द वॉल स्ट्रीट जर्नल ने की आलोचना

वॉल स्ट्रीट जर्नल ने इवान को सजा सुनाए जाने के बाद कहा कि यह बेहद घटिया हरकत है। वहीं, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर ने कहा कि यह निंदनीय है। यह मीडिया की स्वतंत्रता के प्रति रूस की घोर अवमानना की तस्वीर खींचता है। पत्रकारिता को अपराध की तरह कभी भी नहीं देखना चाहिए। उन्हें तुरंत रिहा करना चाहिए। इसके साथ ही वॉल स्ट्रीट जर्नल ने रूस पर अमेरिकी नागरिकों को बंधक बनाने का और विदेशी जेलों में बंद रूसी लोगों की रिहाई के लिए इस्तेमाल करने का आरोप लगाया है।

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