Abhishek Kumar के ब्रेकअप के बाद छुप-छुपकर क्यों रोते थे पेरेंट्स? आज तक टूटा है एक्टर के रूम का लॉक
Abhishek Kumar Breakup Story: बिग बॉस के पॉपुलर एक्स कंटेस्टेंट्स अभिषेक कुमार की लव स्टोरी अब पूरी दुनिया में मशहूर हो चुकी है। अभिषेक को 'उडारियां' (Udaariyaan) के सेट पर ईशा मालवीय (Isha Malviya) संग प्यार हो गया था लेकिन इनका रिश्ता कुछ ऐसा टूटा कि अभिषेक खुद को संभाल नहीं पाए थे। नेशनल टीवी पर एक्टर का ब्रेकडाउन होते हुए पूरी दुनिया ने देखा है। ईशा से अलग होकर अभिषेक डिप्रेशन तक में चले गए थे। यहां तक कि उनका ट्रीटमेंट भी चला है। अब अभिषेक कुमार ने इस बारे में कुछ और भी रिवील किया है।
अभी तक क्यों टूटी है अभिषेक के रूम की कुंडी?
बिग बॉस फेम अभिषेक कुमार ने हाल ही में दिए इंटरव्यू में अपनी जिंदगी के उस बुरे फेज के बारे में खुलकर बात की जब वो दिल टूटने का दर्द सह नहीं पा रहे थे। अभिषेक ने ये भी बताया कि वो कौन-सी घड़ी थी जब उन्होंने तय किया कि अब तो मूव ऑन करना है? अभिषेक ने रिवील किया कि वो उस समय रूम लॉक करके बेड पर पड़े रहते थे और अभी भी उनके घर पर उनके रूम की कुंडी टूटी हुई है। दरअसल, एक्टर के घरवाले उन्हें अभी भी अपना रूम लॉक नहीं करने देते क्योंकि वो आज भी डरते हैं।
खुद को पागल समझ बैठे थे अभिषेक कुमार
अभिषेक कुमार ने रिवील किया है कि वो पिल्स खाते थे क्योंकि उन्हें रात में नींद नहीं आती थी। वो चीखते-चिल्लाते थे। यहां तक कि उन्हें ऐसा भी लगने लगा था कि वो पागल हैं। उन्हें लग रहा था कि वो उस जोन में जा चुके हैं। एक्टर को कुछ लोगों ने पागल कहा था और ये भी बोला था कि चेक करवाओ इसे तो वो खुद को सच में ही पागल समझ बैठे थे। उस दौरान वो एक साइकेट्रिस्ट के पास जाते थे वो भी हर बुधवार, शुक्रवार और रविवार। अभिषेक के पिता उन्हें जबरदस्ती साइकेट्रिस्ट के पास लेकर जाते थे, जबकि एक्टर जिद करते थे कि उन्हें नहीं जाना।
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पिता गोद में उठाकर लेकर जाते थे साइकेट्रिस्ट के पास
अभिषेक ने आगे रिवील करते हुए कहा, 'मुझे एक दिन याद है कि पापा मुझे गोद में उठाकर लेकर जा रहे थे और पापा की आंखों में आंसू थे। वो आंसू मेरी बॉडी पर गिर रहे थे। मैंने देखा कि मैं ये क्या कर रहा हूं? मैं उसके लिए अपनी फैमिली को क्यों रुला रहा हूं? फिर एक दिन मैंने क्रिसमस के आस-पास मम्मी-पापा को छुपकर रोते हुए देखा। वो दोनों हग करके छुपकर रो रहे थे। पापा कह रह थे कुछ नहीं होता, ठीक हो जाएगा लड़का। तब मुझे अहसास हुआ कि मैं ये क्या कर रहा हूं? बचपन से जो मैं करना चाह रहा हूं उसे छोड़कर किस ट्रैक पर चला गया हूं? ईशा की एक झलक के लिए सेट के और उसकी गली के चक्कर काटता था। मैंने 31 को पार्टी की और एक को मुंबई आया और अपने मम्मी पापा को बोला अब देखना आपका बेटा क्या करता है।'