मशहूर साउथ एक्ट्रेस के मंदिर जाने पर लगी रोक, मांगा खास प्रूफ तो फूट पड़ा गुस्सा

Namitha Vankawala Faces Discrimination: मशहूर एक्ट्रेस नमिता वांकावाला ने मीनाक्षी अम्मन मंदिर में अपने साथ हुई घटना का खुलासा किया है। एक्ट्रेस से मंदिर में हिन्दू होने का सबूत मांगा गया है और उनसे बुरा बर्ताव किया गया है।

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Namitha Vankawala Faces Discrimination

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Namitha Vankawala Faces Discrimination: अब एक मशहूर एक्ट्रेस और पॉलिटिशियन नमिता वांकावाला ने सोशल मीडिया पर शॉकिंग खुलासा किया है। उन्होंने हाल ही में कुछ ऐसा अनुभव किया जिसके बाद वो भड़क उठी हैं। एक्ट्रेस के साथ मंदिर में बुरा बर्ताव किया गया है जिसके बाद वो खुद को इस मामले पर बात करने से रोक नहीं पाईं और उन्होंने एक वीडियो जारी कर अपनी आपबीती सुनाई है। चलिए जानते हैं आखिर नमिता वांकावाला के साथ क्या हुआ है?

मीनाक्षी अम्मन मंदिर में एक्ट्रेस के साथ हुआ भेदभाव

नमिता ने अब सोशल मीडिया पर आरोप लगाया है कि मीनाक्षी अम्मन मंदिर में उन्हें और उनके पति को अंदर जाने की इजाजत नहीं दी गई। मंदिर के अधिकारियों ने एक्ट्रेस और उनके पति को बाहर ही रोक लिया। इतना ही नहीं इन दोनों से हिन्दू होने का सबूत तक मांगा गया। एक्ट्रेस ने रिवील किया है कि मंदिर में भगवान के दर्शन से पहले उन्हें सिन्दूर लगाने के लिए भी कहा गया। अब उन्होंने इसी मामले पर अपने अकाउंट से एक वीडियो जारी किया है।

एक्ट्रेस से मांगा गया जाति और धर्म प्रमाण पत्र

एक्ट्रेस इतनी गुस्से में हैं कि उन्होंने अब मंदिर के उन अधिकारियों के खिलाफ तुरंत कार्रवाई की मांग की है जिन्होंने उनके साथ बुरा बर्ताव किया है। एक्ट्रेस ने हिंदू धार्मिक कल्याण मंत्री शेखर बाबू से एक्शन लेने की मांग की है। नमिता ने अपने वीडियो में बताया है कि आज सुबह उन्हें और उनके पति को मंदिर के अंदर जाने की परमिशन नहीं मिली। Hindu Religious and Charitable Endowments Department के अधिकारियों ने उनसे जाति और धर्म प्रमाण पत्र तक मांगे। उनके साथ मंदिर में बदतमीजी की गई।

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एक्ट्रेस के साथ मंदिर में अधिकारियों ने किया बुरा सुलूक

एक्ट्रेस का दावा है कि मंदिर में उनके साथ भेदभाव हुआ है। अब एक्ट्रेस ने कहा है कि उनकी शादी तिरुपति में हुई थी और उनके बच्चे का नाम भी कृष्ण के नाम पर ही रखा गया है। फिर भी मंदिरों में इस तरह की घटनाएं हो रही हैं। वो बोलीं, ' बात ये नहीं है कि मुझसे इसके बारे में पूछा गया, बल्कि बात ये है कि मुझसे इसके बारे में कैसे पूछा गया? अधिकारी और सहायक बहुत ही रूड और अर्रोगंट थे।' नमिता ने IS पुलिस टीम को धन्यवाद भी कहा है जिन्होंने उन्हें और उनके पति को सुरक्षित तरीके से दर्शन करवाए और घर वापसी में मदद की।

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