किसी ने प्राइवेट पार्ट काटा तो किसी ने कान, कोर्ट में हत्यारे की निकाल दीं अंतड़ियां, Netflix पर ये सच्‍ची कहानी डरा देगी

Murder in a Courtroom: सोचिए जरा अगर किसी रेपिस्ट को कोर्टरूम में ही सैकड़ों महिलाओं द्वारा मार दिया जाए तो क्या होगा? बस नागपुर में साल 2004 में यही देखने को मिला था, जो नेटफलिक्स की डॉक्यूसीरीज में दिखाया गया है।

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Indian Predator: Murder in a Courtroom

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Murder in a Courtroom: साल 2004 में नागपुर में घटित एक दिल दहला देने वाली घटना ने न सिर्फ शहर को झकझोर कर रख दिया, बल्कि पूरा देश इससे सहम उठा था। साल 2022 में नेटफ्लिक्स की नई डॉक्यूमेंट्री सीरीज 'Indian Predator: Murder in a Courtroom' के जरिए भरत कालीचरण यादव उर्फ अक्कू यादव नाम के खौफनाक अपराधी के अंत की दास्तां दिखाई गई है जिसने क्रूरता की सारी हदें पार कर दीं।

कोर्टरूम में वो 'आतंक' का दिन

13 अगस्त 2004 को नागपुर कोर्टरूम में जो कुछ घटित हुआ, वो किसी के लिए भी अविश्वसनीय था। अक्कू यादव, जो कि एक कुख्यात गैंगस्टर, लुटेरा, रेपिस्ट और सीरियल किलर था, उसे कोर्ट में पेश किया गया था। तभी अचानक सैकड़ों महिलाओं की भीड़ ने कोर्टरूम में धावा बोल दिया। महिलाएं पत्थर, चाकू और धारदार हथियार लेकर अक्कू पर टूट पड़ीं। कुछ ने उसके कान काटे, कुछ ने गुप्तांग को डैमेज कर दिया और मिनटों में ही उसके शरीर को नुकीले हथियारों से छलनी कर दिया। ये दृश्य जिस किसी ने भी देखा वो भौचक्का रह गया। अक्कू के शरीर को करीब 100-150 महिलाओं ने लहूलुहान कर दिया।

नेटफ्लिक्स की सीरीज में दिखी कहानी

नेटफ्लिक्स की सीरीज 'Indian Predator: Murder in a Courtroom' इस घटना की जांच और इसके पीछे की सच्चाई को उजागर करने की कोशिश करती है। इस डॉक्यूमेंट्री में आस-पास के इलाके की महिलाओं, पुलिस अधिकारियों और मीडिया रिपोर्ट्स को खंगाला गया है ताकि ये जाना जा सके कि आखिरकार कोर्टरूम में अक्कू यादव की हत्या कैसे हुई और इसके पीछे कौन था।

किसी ने शायद कल्पना भी नहीं की होगी कि कोर्टरूम में सरेआम किसी अपराधी को इस कदर मौत के घाट उतार दिया जाएगा लेकिन ऐसा हुआ। पुलिस से लेकर सीआईडी तक, हर किसी ने इस मामले की जांच की लेकिन ये अब तक अबूझ पहेली ही है आख‍िर यहां हत्‍यारा कौन है, वो अक्‍कू जिस पर रेप, हत्या जैसे ना जाने कितने ही जघन्य अपराधों के आरोप लगे थे या वो सैकड़ों महिलाएं, जिनमें कोई सब्‍जी वाली थी तो कोई साफ-सफाई करने वाली।

सीआईडी की जांच और विवादित निष्कर्ष

सीआईडी की जांच में चार पुरुषों के नाम सामने आए थे, जिन्होंने इस मॉब लिंचिंग को अंजाम दिया था। हालांकि जांच के दौरान गिरफ्तार की गई महिलाओं ने इन चारों पुरुषों के ही होने को सिरे से खारिज कर दिया था। इस घटना की सच्चाई आज भी विवादित बनी हुई है। पुलिस और सीआईडी की रिपोर्ट्स ने इस घटना के सामाजिक और राजनीतिक संदर्भ को छूने की कोशिश की है, लेकिन महिलाओं ने आरोपों को नकारते हुए अपनी अलग ही कहानी बयां की थी।

अक्कू यादव का हत्यारा आखिर कौन था?

पुलिस के मुताबिक जब लिंचिंग की घटना घटी, तो वहां पुरुष और महिलाएं दोनों मौजूद थे। बीबीसी न्यूज की रिपोर्ट में कहा गया था कि करीब 14 महिलाएं और कुछ बच्चों ने कोर्टरूम में घुसकर अक्कू यादव की हत्या कर दी है। अक्कू के शरीर पर चाकू के सैकड़ों निशान मिले। जबकि मौजूद लोगों का कहना है कि वहां 100 से ज्यादा महिलाएं थीं, जिन्होंने इस हत्या को अंजाम दिया।

अक्कू की हत्या पर बेस्ड है कहानी

'Indian Predator: Murder in a Courtroom' तीन एपिसोड की सीरीज है, जो अक्कू यादव की हत्या को लेकर बनाई गई है। इस सीरीज में महिलाओं की मुखरता, दलितों के शोषण से उपजा आक्रोश और मीडिया के टीआरपी खेल पर भी चर्चा की गई है। सीरीज का टोन महिलाओं की आवाज को उभारने और उनके संघर्ष को दिखाने पर बेस्ड है।

सीरीज की शुरुआत एक रैप गीत के साथ होती है, जो महिलाओं की क्रांति की भावना को दर्शाता है। इसके अलावा सीरीज ने भाषा और जाति के मुद्दों को भी छूने की कोशिश की है, जो कि महाराष्ट्र में सेट की गई है। कुल मिलाकर ये सीरीज अक्कू यादव की हत्या और इसके पीछे की कहानी को एक नई लाइट में पेश करने की कोशिश करती है, साथ ही भारत में हुई इस घटना को भी इस सीरीज के जरिए काफी रिसर्च और सबूतों के साथ दिखाया गया है।

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