Gujarat में कहीं और नहीं मिलेगा इतना सस्ता घर! राज्य सरकार की इस योजना के तहत बनेंगे आवास
Shramik Basera Scheme In Gujarat: राज्य के श्रमिकों की भलाई के लिए इस साल जुलाई में मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल ने गुजरात के चार प्रमुख शहरों में श्रमिकों के लिए अस्थायी आवास की घोषणा की थी। श्रमिक बसेरा योजना के तहत आवास निर्माण का काम अब जोरों पर है। श्रमिक बसेरा योजना के तहत राज्य के प्रमुख शहरों में 17 स्थानों पर आवास का निर्माण किया जाएगा।
इस योजना के तहत, गुजरात भवन और अन्य निर्माण श्रमिक कल्याण बोर्ड के पंजीकृत निर्माण श्रमिकों और उनके परिवारों को रियायती दरों पर किराए पर आवास प्रदान किया जाएगा। लाभार्थी श्रमिक के छह वर्ष या उससे कम आयु के बच्चों से कोई किराया नहीं लिया जाएगा।
इस योजना में कादियानाका के एक किलोमीटर के क्षेत्र में श्रमिकों को पानी, रसोई, बिजली, पंखा, स्ट्रीटलाइट, सुरक्षा, मेडिकल और अस्तबल जैसी सुविधाओं के साथ आवास प्रदान किया जाएगा। श्रमिक बसेरा तैयार होने पर शुरुआत में 15,000 से अधिक निर्माण श्रमिकों को लाभ होगा।
श्रमिकों को आवास का आवंटन
मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल द्वारा श्रमिक बसेरा योजना के तहत अहमदाबाद, गांधीनगर, राजकोट और वडोदरा में कुल 17 साइट आवंटित की गई हैं। हर श्रमिक मात्र पांच रुपये प्रति दिन की सांकेतिक दर पर श्रमिकों को उनके कार्य स्थल के आसपास बुनियादी सुविधाओं से सुसज्जित पूर्व निर्मित आवास उपलब्ध कराया जाएगा। इस योजना के पारदर्शी अमल करने के लिए श्रमिक बसेरा योजना पोर्टल भी लॉन्च किया गया है। इसी पोर्टल के जरिए श्रमिकों को आवास आवंटित किए जायेंगे।
श्रमिकों का होगा कल्याण
राज्य सरकार निर्माण श्रमिकों सहित असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों के जीवन स्तर में गुणात्मक बदलाव के लिए प्रतिबद्ध है और विभिन्न योजनाओं के माध्यम से उनकी सुविधाओं में बढ़ोतरी की जा रही है। राज्य सरकार ने 5 रुपये की रियायती दर पर भोजन उपलब्ध कराने वाले 291 पूर्ण भोजन केंद्र शुरू किए हैं, जो अब तक 2.96 करोड़ से ज्यादा श्रमिकों को भोजन बांट चुके हैं। रोजाना 32000 से अधिक श्रमिकों को भोजन बांटा जाता है।
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