कौन हैं IAS Kanishka Kataria? जिन्होंने पिता के इस्तीफे पर किया साइन; 1 करोड़ की नौकरी छोड़ बने थे अफसर
IAS Kanishak Kataria Success Story: पिता बड़े अफसर हों, कई सालों की शानदार नौकरी के बाद रिटायरमेंट का समय आ जाए और इस्तीफे पर बेटा साइन करे...इससे ज्यादा गर्व की बात किसी पिता के लिए भला क्या हो सकती है। ऐसा ही कुछ देखने को मिला है राजस्थान के भरतपुर में। डिविजनल कमिश्नल के पद पर रहे संवर लाल वर्मा 30 सितंबर को रिटायर हो गए। वहीं उनके रिटयारमेंट लेटर पर उन्हीं के बेटे कनिष्क कटारिया ने हस्ताक्षर किए। अब आप सोच रहे होंगे कि कनिष्क कटारिया कौन हैं? क्या वो अपने पिता से भी बड़े पद पर हैं? क्या पिता-पुत्र एक ही जगह नौकरी करते थे। इन सभी सवालों का जवाब 'हां' ही है।
UPSC टॉपर की कहानी
कनिष्क कटारिया UPSC बैच 2019 के टॉपर हैं। AIR 1 के साथ कनिष्क राजस्थान कैडर के IAS अफसर बने। कनिष्क का नाम देश के मशहूर अफसरों की फेहरिस्त में शुमार है। कनिष्क के पिता IPS ऑफिसर थे, जो अब रिटायर हो चुके हैं। पिता की विरासत को आगे बढ़ाते हुए कनिष्क ने भी शानदार मुकाम हासिल किया। हालांकि कनिष्क का यह सफर आसान नहीं था।
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सैमसंग में मिली 1 करोड़ की नौकरी
कनिष्क कटारिया राजस्थान के ही रहने वाले हैं। उन्होंने IIT बॉम्बे से कम्प्यूटर साइंस में डिग्री हासिल की। इसके बाद कनिष्क को सैमसंग कंपनी ने साउथ कोरिया में जॉब का ऑफर दिया। डेटा साइंस में करियर बनाने के बाद सैमसंग ने कनिष्क को 1 करोड़ का पैकेज दिया था। हालांकि 1 साल की नौकरी के बाद कनिष्क भारत वापस लौट आए।
UPSC में मारी बाजी
कनिष्क ने घर पर रह कर संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की तैयारी शुरू की। उन्होंने गणित को वैक्लिपक विषय चुना और पहली रैंक के साथ UPSC में भी बाजी मार ली। कनिष्क ने बिना किसी कोचिंग की मदद से देश के सबसे बड़े एग्जाम को पास कर लिया। कनिष्क को उनका होम कैडर राजस्थान ही मिला और अभी वो राजस्थान सरकार में ज्वॉइंट सेक्रेटरी के पद पर नियुक्त हैं।
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