क्या सच में चाय में इलायची डालने से नहीं होती है एसिडिटी? एक्सपर्ट्स से जानिए सवाल का जवाब
Tea Side Effects: भारत में चाय एक पेय पदार्थ नहीं बल्कि एक इमोशन है। इसके बिना लोगों के दिन की शुरुआत ही नहीं होती है। दिन हो या रात, सुबह हो या शाम, बच्चे हो या बूढ़े सब इसे पीने के लिए सब तैयार रहते हैं। इतना ही नहीं घर से लेकर ऑफिस और फंक्शन तक हर जगह चाय मौजूद रहती है। हालांकि चाय पीने के नुकसान भी है। इससे एसिडिटी होती है वहीं कुछ लोग ये मानते हैं कि अगर चाय में इलायची डाल दी जाए तो इससे एसिडिटी की समस्या नहीं होती है। ऐसे में आइए जानते हैं ये कितना सच है और कितना झूठ।
हाल में डायटीशियन श्वेता पांचाल ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम पर एक वीडियो शेयर किया जिसमें उन्होंने बताया कि चाय में इलायची डालने से क्या होता है। आइए डिटेल में जानते हैं।
चाय में इलायची डालने से नहीं होती है एसिडिटी?
डायटीशियन श्वेता पांचाल ने बताया कि चाय में इलायची डालने से एसिडिटी की समस्या कम नहीं होती है। उन्होंने बताया कि कोई भी चीज तब एसिडिक होती है जब उसका ph लेवल 7 से कम होता है। जैसे चाय में पानी का इस्तेमाल किया जाता है जिसका ph लेवल 7 होता है तो ये न्यूट्रल है। वहीं चाय पत्ती का ph 6.4 से 6.8 तक होता है जो एसिडिक है। साथ में दूध भी एसिडिक होता है और जब ये सब चीज मिल जाती है तो पूरी चाय एसिडिक बन जाती है। जिससे आपको एसिडिटी की समस्या होती है।
चाय में लोग 4-5 इलायची डालते हैं जो स्वाद को तो जरूर बढ़ाती है लेकिन ये चाय के एसिड को कम करने में मदद नहीं करती है।
ये भी पढ़ें- भूलकर भी न रखें फ्रिज में ये 10 चीजें, वरना पड़ सकते हैं लेने के देने
एसिडिटी कंट्रोल करने के लिए क्या करें
जिन लोगों को चाय पीने के बाद एसिडिटी होती है उन्हें ज्यादा चाय का सेवन नहीं करना चाहिए। इससे उनके शरीर को नुकसान पहुंच सकता है। अगर फिर भी आप चाय का सेवन करते हैं तो आप इन घरेलू नुस्खों से एसिडिटी से राहत पा सकते हैं।
शहद
एसिडिटी की समस्या से राहत पाने के लिए आप गुनगुने पानी में एक चम्मच शहद डालकर पीलें। शहद आपके पेट के एसिड को कम करने में मदद करता है।
अजवाइन और काला नमक
अजवाइन में हल्का काला नमक मिलाकर गुनगुने पानी के साथ इसे पीलें, इससे भी आपको एसिडिटी से तुरंत छुटकारा मिलेगा।
सौंफ
सौंफ भी पाचन तंत्र के लिए काफी फायदेमंद होता है। इसका सेवन करने पेट में बन रहे एसिड की मात्रा कम हो जाती है, जिससे एसिडिटी की समस्या से राहत मिलती है।
ये भी पढ़ें- फलों को धुलने भर से नहीं दूर हो जाता ‘जहर’! फिर क्या है केमिकल्स से बचने का तरीका?