रविचंद्रन अश्विन की 'इंटरनेशनल विदाई' को CSK ने बना दिखा खास, इस अंदाज में दिया ट्रिब्यूट
Chennai Super Kings: भारतीय क्रिकेट के स्टार स्पिन गेंदबाज रविचंद्रन अश्विन ने हाल ही में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा की है। उनके इस फैसले पर भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान रोहित शर्मा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि अश्विन ने यह निर्णय काफी सोच-समझ कर लिया है। इस बारे में उन्होंने रोहित शर्मा से भी बात की थी और कहा था कि अगर उन्हें आगामी सीरीज में खेलने का मौका नहीं मिलता, तो वह क्रिकेट को अलविदा कह देंगे। उनके इस फैसले ने क्रिकेट जगत में हलचल मचा दी और उनके फैंस को काफी इमोशनल कर दिया।
चेन्नई सुपर किंग्स ने अश्विन को किया सम्मानित
अश्विन के संन्यास के बाद, उनकी नई फ्रेंचाइजी चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) ने अपने स्पिन विजार्ड को सम्मानित किया और सोशल मीडिया पर उनकी तारीफ की, जिससे फैंस भावुक हो गए। चेन्नई टीम ने अपने ट्विटर हैंडल पर एक पोस्ट के जरिए अश्विन को उनके शानदार क्रिकेट करियर के लिए धन्यवाद दिया। अश्विन के लिए यह पल सच में खास था क्योंकि उनकी क्रिकेट यात्रा का यह अंतिम अध्याय था और इस पर फ्रेंचाइजी ने दिल से उन्हें सम्मानित किया।
रविचंद्रन अश्विन का टेस्ट क्रिकेट रिकॉर्ड
रविचंद्रन अश्विन ने 2011 में टेस्ट क्रिकेट में अपना पहला मैच खेला था और तब से ही उन्होंने भारतीय टीम की जीत में अहम भूमिका निभाई। अब तक उन्होंने 106 टेस्ट मैचों में 537 विकेट लिए हैं, जिससे वह टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में 5 या उससे ज्यादा विकेट लेने वाले दूसरे गेंदबाज हैं। इसके साथ ही अश्विन ने बल्लेबाजी में भी भारतीय टीम को मदद की है, उन्होंने 3503 रन बनाये हैं जिसमें 6 शतक और 14 अर्धशतक शामिल हैं। उनके शानदार गेंदबाजी और बल्लेबाजी का योगदान टीम इंडिया के लिए बहुत महत्वपूर्ण रहा है।
रविचंद्रन अश्विन का वनडे और T20 क्रिकेट रिकॉर्ड
वनडे क्रिकेट में अश्विन ने 116 मैचों में 156 विकेट लिए और 707 रन भी बनाये। यह उन्हें एक बेहतरीन ऑलराउंडर बनाता है। अश्विन की मेहनत और गेंदबाजी उन्हें भारत के लिए एक अहम खिलाड़ी बना दिया। वहीं T20 क्रिकेट में भी उन्होंने 65 मैचों में 72 विकेट लेकर अपनी अहमियत साबित की। उनकी गेंदबाजी की वजह से भारत ने 2011 में वनडे वर्ल्ड कप और 2013 में चैंपियंस ट्रॉफी जीती थी। अश्विन का क्रिकेट करियर भारतीय क्रिकेट के इतिहास में हमेशा याद रहेगा। उनकी बेहतरीन गेंदबाजी, योगदान और खेल भावना ने उन्हें एक आदर्श खिलाड़ी बना दिया है। उनके संन्यास के बाद, भारतीय क्रिकेट को एक महान खिलाड़ी का नुकसान होगा, लेकिन उनका प्रभाव लंबे समय तक रहेगा।